हिसार: हरियाणा के कई जिलों में पिछले तीन दिन से रुक-रुक कर बारिश (Rain in Haryana) हो रही है. प्रदेश में इस सीजन में अब तक 473 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 402 एमएम मतलब 18 फीसदी ज्यादा है. वहीं हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़ और जम्मू में अभी भी औसत से कम बारिश हुई है. इस बीच मौसम विभाग ने हरियाणा में अभी तीन दिन और भारी बारिश का अलर्ट (Rain Alert in Haryana) जारी किया है.
हरियाणा के 6 जिले ऐसे हैं, जहां औसत से दोगुनी और 6 जिलों में औसत से कम बारिश हुई है. अब तक झज्जर, सोनीपत और नूंह जिले में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई. सिरसा, भिवानी और पंचकूला में सबसे कम बारिश दर्ज की गई.
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मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाव के क्षेत्र व साथ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने व टर्फ रेखा दक्षिण में आने से मॉनसूनी हवाओं की थोड़ी सक्रियता बढ़ गयी है. आगे भी इसी वजह से हरियाणा में 14 सितंबर तक कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना बनी हुई है.
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गौरतलब है कि हरियाणा राज्य में तीन-चार दिनों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा राज्य में 1 जून से 10 सितम्बर तक 468.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है, जो सामान्य बारिश (407.3 मिलीमीटर) से 15 प्रतिशत अधिक है. राज्य के छह जिलों अम्बाला, पंचकूला, यमुनानगर, भिवानी, रोहतक व फरीदाबाद को छोड़कर राज्य के अन्य सभी जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.
लगातार हो रही बारिश से धान के एरिया में फायदा हुआ है. कॉटन बेल्ट में हो रही बारिश के कारण नुकसान का अंदेशा बढ़ गया है. तीन दिन से लगातार नमी वाला मौसम और धूप नहीं निकलने के कारण कपास के पौधों में गलन शुरू हो गई है. कपास के टिंडे भी खराब होने शुरू हो गए हैं. तेज हवा के साथ बारिश होने से कई जगह कपास की फसल खेतों में बिछ गई.
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