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हिसार में आशा वर्करों ने फूंका सीएम मनोहर लाल का पुतला

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Published : Aug 21, 2020, 6:17 PM IST

हिसार में आशा वर्कर्स ने सीआईटीयू के साथ मिलकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला फूंककर रोष प्रदर्शन किया. आशा वर्कर्स ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.

Asha workers burnt effigy of CM Manohar Lal in Hisar
हिसार में आशा वर्करों ने फूंका सीएम मनोहर लाल का पुतला

हिसार: शुक्रवार को आशा वर्कर्स ने सीआईटीयू के साथ मिलकर हिसार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता के आवास के सामने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला फूंककर रोष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन से पूर्व सभी आशा वर्कर क्रांतिमान पार्क में एकत्रित हुई और क्रांतिमान पार्क से जुलूस के साथ प्रदर्शन करते हुए हिसार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता के आवास के सामने पहुंची.

इस दौरान आशा वर्कर्स ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वो रोजाना प्रदेश मंत्रियों का पुतला हिसार के बस अड्डे के सामने फूकेंगी. वहीं सीटू राज्य उपाध्यक्ष एवं पूर्व जिला पार्षद कामरेड सुरेश कुमार ने कहा कि आशा वर्करों ने लंबी लड़ाई के बाद 2018 में अपनी मांगों को मनवाया था, लेकिन सरकार ने अभी तक उन मांगों को पूर्ण रुप से लागू नहीं किया है.

हिसार में आशा वर्करों ने फूंका सीएम मनोहर लाल का पुतला

कामरेड सुरेश कुमार ने कहा कि आशा वर्कर कोरोना काल के दौरान अपनी जान को खतरे में डालकर लगातार लोगों की सेवा में लगी हुई हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग की सैलरी डबल कर दी, लेकिन आशा वर्करों को छोड़ दिया गया.

कामरेड सुरेश कुमार ने कहा कि अगर सरकार ने समय रहते हुए आशा वर्करों की मांगों को पूरा नहीं किया तो सरकार को आने वाले दिनों में एक बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि आशा वर्कर किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगी.

आशा वर्करों की मुख्य मांगें-

1. जनता को गुणवत्ता स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतू सरकारी स्वास्थ्य के ढांचे को मजबूत किया जाए और एनएचएम को स्थाई किया जाए.

2. आठ एक्टिविटी का काटा गया 50 प्रतिशत तुरंत वापस लागू किया जाए.

3. कोविड-19 में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ते के तौर पर 4000 रुपये दिए जाएं.

4. गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटना के शिकार आशाओं को सरकार के पैनल अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी जाए.

5. आशाओं को समुदायिक स्तरीय स्थाई कर्मचारी बनाया जाए. वहीं जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए.

6. ईएसआई एवं पीएफ की सुविधा दी जाए.

7. आशा वर्कर्स को हेल्थ वर्कर का दर्जा दिया जाए.

8. 21 जुलाई 2018 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के सभी बचे हुए निर्णय को लागू किया जाए.

हिसार: शुक्रवार को आशा वर्कर्स ने सीआईटीयू के साथ मिलकर हिसार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता के आवास के सामने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला फूंककर रोष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन से पूर्व सभी आशा वर्कर क्रांतिमान पार्क में एकत्रित हुई और क्रांतिमान पार्क से जुलूस के साथ प्रदर्शन करते हुए हिसार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता के आवास के सामने पहुंची.

इस दौरान आशा वर्कर्स ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वो रोजाना प्रदेश मंत्रियों का पुतला हिसार के बस अड्डे के सामने फूकेंगी. वहीं सीटू राज्य उपाध्यक्ष एवं पूर्व जिला पार्षद कामरेड सुरेश कुमार ने कहा कि आशा वर्करों ने लंबी लड़ाई के बाद 2018 में अपनी मांगों को मनवाया था, लेकिन सरकार ने अभी तक उन मांगों को पूर्ण रुप से लागू नहीं किया है.

हिसार में आशा वर्करों ने फूंका सीएम मनोहर लाल का पुतला

कामरेड सुरेश कुमार ने कहा कि आशा वर्कर कोरोना काल के दौरान अपनी जान को खतरे में डालकर लगातार लोगों की सेवा में लगी हुई हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग की सैलरी डबल कर दी, लेकिन आशा वर्करों को छोड़ दिया गया.

कामरेड सुरेश कुमार ने कहा कि अगर सरकार ने समय रहते हुए आशा वर्करों की मांगों को पूरा नहीं किया तो सरकार को आने वाले दिनों में एक बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि आशा वर्कर किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगी.

आशा वर्करों की मुख्य मांगें-

1. जनता को गुणवत्ता स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतू सरकारी स्वास्थ्य के ढांचे को मजबूत किया जाए और एनएचएम को स्थाई किया जाए.

2. आठ एक्टिविटी का काटा गया 50 प्रतिशत तुरंत वापस लागू किया जाए.

3. कोविड-19 में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ते के तौर पर 4000 रुपये दिए जाएं.

4. गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटना के शिकार आशाओं को सरकार के पैनल अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी जाए.

5. आशाओं को समुदायिक स्तरीय स्थाई कर्मचारी बनाया जाए. वहीं जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए.

6. ईएसआई एवं पीएफ की सुविधा दी जाए.

7. आशा वर्कर्स को हेल्थ वर्कर का दर्जा दिया जाए.

8. 21 जुलाई 2018 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के सभी बचे हुए निर्णय को लागू किया जाए.

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