हिसार: बीजेपी नेता सोनाली फोगाट हत्याकांड गुमनाम चिट्ठी (Anonymous letter found in Sonali murder case) मिलने के बाद सीबीआई की टीम हिसार पहुंची है. सीबीआई टीम ने सोनाली के परिवार से वो गुमनाम चिट्ठी ली है. केस की जांच के लिए शाम को सीबीआई की टीम सोनाली के फार्म हाउस पहुंची. करीब डेढ़ घंटे फार्म हाउस पर सोनाली की मां और भाइयों से सीबीआई ने पूछताछ की. परिवार को मिली एक गुमनाम चिट्ठी में कुछ बीजेपी नेताओं पर हत्या करवाने के आरोप लगाये गये हैं. सोनाली फोगाट का परिवार भी हत्या के पीछे राजनीतिक लोगों का हाथ बता चुका है. हलांकि गुमनाम चिट्ठी का इस मामले में क्या कनेक्शन हो सकता है इसी की जांच सीबीआई करना चाहती है.
सोनाली फोगाट मर्डर मामले (sonali phogat murder case) में उस वक्त एक नया मोड़ आ गया जब एक गुमनाम व्यक्ति ने सोनाली फोगाट के परिवार को चिट्ठी भेजी. इस चिट्ठी में गुमनाम शख्स ने स्थानीय बीजेपी नेता पर सोनाली हत्याकांड में शामिल होने का आरोप लगाया है. चिट्ठी (sonali phogat family received anonymous letter) में लिखे अनुसार एसएसपी हिसार और डीजीपी हरियाणा को भी चिट्ठी की कॉपी भेजी गई है.
गुमनाम खत में लिखा गया है कि सोनाली फोगाट के मर्डर केस में बीजेपी के एक स्थानीय नेता का हाथ है. चिट्ठी में बकायदा उस नेता का नाम और पद भी लिखा गया है. जब तक किसी आरोप की पुख्ता जांच नहीं हो जाती तब तक ईटीवी भारत उस नेता का नाम यहां नहीं दे रहा है. चिट्ठी में ये भी दावा किया गया है कि सोनाली फोगाट पैसे के गबन को लेकर उन नेताओं का पर्दाफाश कर देती, इसलिए सुधीर सांगवान को मोहरा बनाकर उसे 10 करोड़ रुपये देकर हत्या करवाई गई.
जिसके बाद सुधीर सांगवान इस काम के लिए तैयार हो गया. चिट्ठी में कहा गया है कि मेरी इच्छा सोनाली की बेटी को इंसाफ दिलाने की है. बीजेपी नेताओं से मेरा कोई लेना देना नहीं है. चिट्ठी लिखने वाले ने दावा किया कि ये सारे राज एक बड़े बीजेपी के नेता ने मुझे शराब के नशे में बताए हैं. चिट्ठी (sonali phogat murder case anonymous letter) लिखने वाले ने अपना नाम राम मेहर और पता न्यू एनक्लेव टोहाना लिखा है, लेकिन ये पता फर्जी है. टोहाना में ऐसी कोई जगह पर राममेहर नहीं रहता है. परिवार ने चिट्ठी की एक कॉपी गोवा पुलिस को भी दी थी.