हिसार: भाजपा पार्टी विपक्ष में रहते हुए अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करते हुए किसानों की आवाज उठाती थी. वर्तमान में केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है और गेहूं की खरीद को लेकर आढ़ती हड़ताल पर हैं. ऐसे में आढ़तियों ने भाजपा सरकार को आईना दिखाने का काम किया है.
हाल ही में सरपंचों को गेहूं की खरीद के बारे में दिए गए संकेत के बाद आढ़ती और भी आक्रमक हो गए. उकलाना मंडी में आढ़तियों ने अर्धनग्न होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की है.
उकलाना आढ़ती एसोसिएशन के सदस्य राजेश धतरवाल और धूप सिंह प्रधान ने बताया कि सरकार ने जिस प्रकार से सरपंचों के माध्यम से गेहूं खरीदने की बात कही है उससे जाहिर होता है कि किसान और आढ़ती के विरोध में सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि किसान एक भी दाना सरपंचों के माध्यम से गेहूं की बिक्री नहीं करेगा. जिस प्रकार से सरकार सरपंचों के माध्यम से गेहूं की खरीद कर रही है उसी के विरोध में अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया है.
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गेहूं की खरीद को लेकर सरकार और आढ़तियों के बीच सहमति नहीं बन पाई है. इसके बाद सरकार कड़ा रुख अख़्तियार करते हुए सरपंचों की सहायता से गेहूं खरीद करना चाहती है. सरकार के इस फैसले का आढ़ती असोसिएशन ने पुरजोर विरोध किया है और अर्धनग्न होकर गुस्सा जाहिर किया है. बहरहाल सरकार और आढ़ती एसोसिएशन के बीच विरोध बढ़ता ही जा रहा है और गेहूं खरीद नहीं हो पा रही है. वहीं इस तरह के प्रदर्शन से कोरोना फैलने का खतरा भी बढ़ेगा.