गुरुग्राम: अस्पताल से जेल ले जाने के दौरान पुलिसकर्मियों की गिरफ्त से दो कैदी फरार हो गए. दोनों ही कैदियों को भोंडसी जेल से दिल्ली अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था. जहां से वापस आते हुए एक होटल से दोनों ही कैदी फरार हो गए. लापरवाही बरतने के आरोप में तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. तीन अन्य आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है जिन्होंने कैदियों को भगाने में मदद की थी.
गुरुग्राम के भोंडसी जेल में बंद राकेश और अभिजीत नाम के दो बदमाश कई अपराधिक मामलों में जेल में हैं. सोमवार को इलाज के लिए उन्हें दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया था. अस्पताल से इलाज कराने के बाद उन्हें भोंडसी जेल वापस लाया जा रहा था. उसी दौरान सेक्टर 38 के एक होटल में पुलिसकर्मी इन दोनों कैदियों को लेकर गए. जहां पहले से ही इन कैदियों के तीन अन्य साथी मौजूद थे. इन लोगों ने दोनों कैदियों को वहां से भगाने में मदद की और वह पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गए. गुरुग्राम पुलिस को मिली शिकायत के बाद इस पूरे मामले में सदर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया. कैदियों की सुरक्षा में तैनात तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है.
गुरुग्राम एसीपी क्राइम प्रीतपाल सिंह ने बताया कि गुरुग्राम पुलिस ने कैदियों की सुरक्षा में तैनात तीनों पुलिसकर्मियों को कैदियों को जेल की जगह होटल में ले जाने के मामले में सस्पेंड कर गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा सेक्टर 38 स्थित होटल संचालक नितिन तिवारी, अरविंद और अजय जाखड़ नाम के व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि इन तीनों ने दोनों ही कैदियों को भगाने में मदद की और स्कूटी उपलब्ध कराई. फिलहाल गुरुग्राम पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही फरार हुए कैदियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.