गुरुग्राम: कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन का पांचवा चरण चल रहा है जिसे अनलॉक-1 नाम दिया गया है. अनलॉक-1 में रियायतों का दायरा बढ़ा दिया है. वहीं गुरुग्राम जिलाधीश एवं उपायुक्त अमित खत्री ने भी जिले के कंटेनमेंट जोन में 30 जून तक लाॅकडाउन का विस्तार करते हुए कंटेनमेंट जोन से बाहर के क्षेत्रों के लिए अनलाॅक-1 के आदेश जारी किए हैं.
मेट्रो, रेल सेवा, शिक्षण संस्थान रहेंगे बंद
इन आदेशों में कहा गया है कि जिले में कुछ गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से खोले जाने का निर्णय होने तक प्रतिबंधित रखा जाएगा. अभी मेट्रो, रेल सेवा बंद रहेगी और सभी स्कूल, काॅलेज, शिक्षण, प्रशिक्षण तथा कोचिंग स्थान बंद रखे जाएंगे. केवल ऑनलाइन शिक्षा जारी रखने को ही अनुमति दी गई है और इसे बढ़ावा दिया जाएगा. जिले में होटल तथा अन्य सत्कार सेवाएं बंद रहेगी, केवल स्वास्थ्य, पुलिस, सरकारी कर्मचारियों, स्वास्थ्य कर्मियों तथा पर्यटकों सहित फंसे हुए लोगों और क्वारंटाइन या आइसोलेशन सुविधाओं में रहने वाले लोगों को खाना इत्यादि उपलब्ध करवाने वाली सेवाएं चालू रहेंगी.
शाॅपिंग माॅल, जिम, स्वीमिंग पूल आदि भी रहेंगे बंद
इसके अलावा, बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर चलाई जाने वाली कंटीन भी खोली जा सकती हैं, लेकिन इनसे खाद्य वस्तुएं ले जा सकते हैं, वहां बैठकर खाना प्रतिबंधित रहेगा. प्रतिबंधित गतिविधियों में सभी सिनेमा हाॅल, शाॅपिंग माॅल, जिम, स्वीमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क, थियेटर, बार, ऑडिटोरियम, असेंबली हाॅल तथा अन्य ऐसे संस्थानों को भी रखा गया है, यहां सब गतिविधियां आगामी आदेशों तक बंद रहेंगी. आदेशों में सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, धार्मिक कार्यक्रमों तथा अन्य भीड़ वाले आयोजन भी प्रतिबंधित रहेंगे.
रेस्टोरेंट को होम डिलवरी की अनुमति
इसके अलावा, सभी धार्मिक स्थल तथा पूजा के स्थान भी पब्लिक के लिए बंद रहेंगे और किसी भी प्रकार का धार्मिक अनुष्ठान या कार्यक्रम नहीं किया जा सकता. जिले में स्पा भी बंद रखे जाएंगे. जिले में कुछ ऐसी गतिविधियां भी हैं जिन्हें कुछ प्रतिबंधों के साथ संचालन की मंजूरी दी गई है और इनके लिए अलग से किसी प्रकार की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है. इनमें रेस्टोरेंट को रखा गया है जिसमें किचन केवल होम डिलीवरी या पका हुआ भोजन ले जाने के लिए ही चलाई जा सकती हैं.
सरकारी और प्राईवेट कार्यालयों को दी गई छूट
सभी सरकारी तथा प्राईवेट कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति पूरी रखने को अनुमति दी गई है. साथ ही कहा गया है कि जहां तक संभव हो प्राईवेट कार्यालय वर्क फ्रॉम होम करवाते रहें. उद्योग, वाणिज्य तथा अन्य सेवाओं के मामले में जिलाधीश द्वारा आदेश दिए गए हैं कि आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर सभी प्रमिट सुदा दुकानों को प्रातः 9 बजे से सांय 7 बजे तक खोला जा सकता है ताकि शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा जारी एसओपी के अनुसार रात्रि 9 बजे से प्रातः 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू की पालना सुनिश्चित की जा सके. सभी मामलों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की हिदायत दी गई हैं, यदि किसी दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया तो उसे बंद किया जा सकता है और दुकानदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक रहेगा कर्फ्यू
जिले में औद्योगिक प्रतिष्ठानों कों उद्योग विभाग हरियाणा द्वारा जारी एसओपी के अनुसार संचालित करने की अनुमति दी गई है. जिले में जिन स्थानों अथवा साईटों पर कामगार उपलब्ध हैं वहां पर निर्माण गतिविधियों को भी मंजूरी दी गई है. आदेशों में आरडब्ल्यूए को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी सोसायटी में किसी भी व्यक्ति को इन गाइडलाइंस में अनुमति प्राप्त सेवाओं तथा ड्यूटी करने में बाधा नहीं डालेंगे. मंगलवार को जारी हुए इन आदेशों में रात्रि 9 बजे से प्रातः 5 बजे तक आवश्यक गतिविधियों को छोड़कर व्यक्तियों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है. 65 साल से ऊपर की आयु के वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों तथा 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है.
आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना अनिवार्य
इसके अलावा, सरकारी तथा प्राइवेट संस्थानों में कार्यरत सभी कर्मचारियों के लिए उनके मोबाइल में आरोग्य सेतु एप का प्रयोग अनिवार्य किया गया है और यह संबंधित कार्यालय अध्यक्ष की जिम्मेदारी होगी कि सभी कर्मचारी इस एप का प्रयोग करें. जिन व्यक्तियों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं वे भारत सरकार द्वारा शुरू की गई आरोग्य आईवीआरएस 1921 सेवा का प्रयोग अपने फीचर फोन अथवा लैंडलाइन पर करें. इन आदेशों में सभी विभागों को 30 मई 2020 को केंद्रीय गृह मंत्रालय तथा हरियाणाा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आदेशों और शहरी स्थानीय निकाय द्वारा 31 मई को जारी एसओपी की पालना करने के लिए कहा गया है.
कंटेनमेंट जोन में आने-जाने की अनुमति नहीं
इसी प्रकार, परिवहन विभाग हरियाणा और खेल एवं युवा मामले विभाग द्वारा जारी एसओपी व अन्य आदेशों की पालना के भी आदेश दिए गए हैं. अवहेलना करने वालों को आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60 तक दिए गए प्रावधानों के अंतर्गत दण्डित किया जाएगा. इसके अलावा आदेशों में कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन में 30 जून तक लाॅकडाउन रहेगा और वहां पर केवल आवश्यक गतिविधियां ही चलाई जा सकती हैं. कंटेनमेंट जोन में जाने या वहां से बाहर आने की अनुमति नहीं होगी, केवल मैडिकल इमरजेंसी और आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति के लिए ही आवागमन की छूट दी गई है.
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