गुरुग्राम: कांग्रेस राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा मानेसर के आईएमटी चौक (Manesar IMT Chowk) पहुंचे. मानेसर पहुंचकर दीपेंद्र हुड्डा ने जमीन बचाओ किसान बचाओ संघर्ष कमेटी (Save land save farmers committee Gurugram) के चलाए जा रहे अनिश्चितकालीन धरने का समर्थन किया. साथ ही कमेटी की मांगों को पूरा करने के लिए सरकार से मामले को संज्ञान लेने को कहा. बता दें कि कासन, सहरावन, कुकडौला गांव की 1810 एकड़ भूमि के अधिग्रहण को रद्द करने को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दिया है.
उनके धरने का समर्थन करते हुए सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सरकार जन-भावनाओं को संज्ञान में लेते हुए प्रभावित लोगों से बात कर जायज़ मांगों का समाधान करे. इसी दौरान सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने साढ़ौरा विधायक रेनू बाला को जान से मारने की धमकी मामले पर गहरी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि ये हरियाणा की ध्वस्त कानून-व्यवस्था का प्रतीक है. जब विधायक ही इस सरकार में सुरक्षित नहीं हैं तो आमजन खुद को कैसे सुरक्षित महसूस (deepender hooda on haryana government) करेगा.
उन्होंने सरकार से तुरंत पूरे मामले की गहराई से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने सरकार से विधायक रेनू बाला की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की. कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा (Rajya Sabha MP Deepender Hooda) ने हरियाणा में बढ़ते अपराध पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार में बैठे लोगों ने अपनी सुरक्षा को ही कानून-व्यवस्था मान लिया है.
उन्होंने कहा कि हत्या, रेप, चोरी, फिरौती, लूट, डकैती आम हरियाणा की दिनचर्या का हिस्सा बन गए हैं. एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि भाजपा-जजपा राज में कानून-व्यवस्था का दिवाला निकल गया है. सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हुड्डा सरकार के समय अपराधियों में क़ानून का खौफ था, आज लोग अपराध और अपराधियों से खौफजदा हैं. मुख्यमंत्री ने खुद ही लट्ठ उठाने और जेल जाने से न डरने की बात कहकर अपराधियों के अन्दर से सलाखों के पीछे जाने का डर निकाल दिया.
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जब जेल जाने का डर ही नहीं रहेगा तो क़ानून-व्यवस्था ठीक कैसे रहेगी. उन्होंने कहा कि बढ़ते अपराध का कारण प्रदेश सरकार का कुशासन और बढ़ती बेरोजगारी है. पिछले कई वर्षों से हरियाणा बेरोजगारी के मामले में लगातार पूरे देश में टॉप पर बना हुआ है. हरियाणा में पिछले महीने के मुकाबले बेरोज़गारी दर 6 प्रतिशत बढ़कर 30.6 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो राष्ट्रीय औसत का करीब 4 गुना से अधिक है.