गुरुग्राम: साइबर सिटी में प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को पूरा शहर स्मॉग की चादर में लिपटा दिखा. वहीं गुरुवार को गुरुग्राम के विकास सदन क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 432 (गंभीर श्रेणी) में दर्ज किया गया.
स्मॉग बढ़ने के कारण लोगों को आंखों में जलन एवं गले में दर्द व खराश की शिकायत भी दिखी. शहर की ये हालत दिवाली से पहले की है, और अभी दिवाली आने में नौ दिन बाकी हैं. वहीं किसानों द्वारा पराली जलाना इस स्मॉग के बढ़ने का मुख्य कारण बताया जा रहा है.
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#WATCH Haryana: Pollution continues to affect the quality of air in Gurugram.
— ANI (@ANI) November 5, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Air Quality Index (AQI) recorded at 432 (severe category) in Vikas Sadan area, as per Central Pollution Control Board (CPCB) data. pic.twitter.com/9M45pST6Ra
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— ANI (@ANI) November 5, 2020
Air Quality Index (AQI) recorded at 432 (severe category) in Vikas Sadan area, as per Central Pollution Control Board (CPCB) data. pic.twitter.com/9M45pST6Ra#WATCH Haryana: Pollution continues to affect the quality of air in Gurugram.
— ANI (@ANI) November 5, 2020
Air Quality Index (AQI) recorded at 432 (severe category) in Vikas Sadan area, as per Central Pollution Control Board (CPCB) data. pic.twitter.com/9M45pST6Ra
इसी बीच बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने पटाखों से होने वाले प्रदूषण पर गंभीरता दिखाते हुए 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी किया है.
विभिन्न समूहों की ओर से दायर याचिकाओं में 30 नवंबर तक पटाखों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है. एनजीटी ने इससे जुड़े मामलों की सुनवाई का दायरा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) से बढ़ा दिया, और अगर प्रदूषण का स्तर कम नहीं हुआ तो पटाखों पर बैन लगने के आसार हैं.
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