फरीदाबाद: हरियाणा में भारी बारिश के कारण धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है. इसलिए धान की कटाई के लिए दूसरी प्रदेशों से बुलाए गए मजदूरों को अब खेतों से खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है, क्योंकि धान की फसल में पानी भर जाने के कारण कटाई नहीं हो पा रही है. ऐसे में मजदूरों का मानना है कि किसान को तो आर्थिक तौर पर नुकसान होगा ही, साथ में उनको भी नुकसान का सामना करना पड़ेगा.
हरियाणा में लगातार हो रही बारिश ने किसान की पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया है. एक तरफ मंडी में किसान की फसल जलमग्न हो गई तो खेतों में खड़ी धान की फसल में भी जलभराव हो गया है, जिसके चलते किसानों को आर्थिक तौर पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. धान के खेतों से खाली हाथ वापस लौट रहे मजदूरों ने बताया कि करीब 5 दिन के बाद दोबारा से धान की कटाई शुरू हो पाएगी. ऐसे में 5 दिन उन्हें बिना कामकाज के ही रहना पड़ेगा.
हर साल धान के सीज़न में मजदूर दूसरे प्रदेशों से आकर हरियाणा में धान की कटाई करते हैं. ऐसे में 5 दिन में उनको आर्थिक तौर पर काफी नुकसान होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि धान की फसल के जमीन में लेट जाने से उनकी कटाई पर भी प्रभाव पड़ेगा. जहां पहले वह 1 दिन में 2 एकड़ की कटाई कर पाते थे. वहां अब केवल 1 एकड़ की ही कटाई कर पाएंगे.
फरीदाबाद के खेतों में धान कटाई के लिए आए मजदूरों ने बताया कि खेत में जो धान की फसल लेट गई है. उसका वजन भी आधा रह जाएगा. हरियाणा में धान की कटाई के लिए दूसरे प्रदेशों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार व दूसरे राज्यों से मजदूर आकर धान की कटाई करते हैं. ऐसे में अगले 5 दिनों तक उनको काम शुरू ना होने के चलते आर्थिक तौर पर काफी नुकसान होगा.
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