फरीदाबाद: दिवाली करीब आते ही एनसीआर और दिल्ली से लगते इलाकों की आबोहवा हर किसी के लिए चिंता का विषय बन जाती है. कुछ ऐसा ही आजकल फरीदाबाद में भी देखने को मिल रहा है. मंगलवार को फरीदाबाद में प्रदूषण का स्तर खतरे के निशान से ऊपर रहा. हवा में धूल कणों की मात्रा काफी ज्यादा संख्या में महसूस की गई. फरीदाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 223 और बल्लभगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 283 रहा.
जैसे-जैसे सर्दियां नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे फरीदाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी खतरे के निशान से लगातार ऊपर नजर आ रहा है. जिसके चलते फरीदाबाद की आबोहवा खराब होती जा रही है. वायुमंडल में धूल कणों की संख्या भारी मात्रा में बढ़ रही है. जिसके चलते पर्यावरण को तो नुकसान हो ही रहा है. साथ में लोगों को भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो रही हैं.
धूल कणों के भारी मात्रा में हवा में घुलने के कारण पौधों पर साफ तौर से धूल देखी जा सकती है. सर्दियों के मौसम में फरीदाबाद का प्रदूषण स्तर 500 तक पहुंच जाता है, लेकिन अब सदियों से पहले ही तेजी के साथ ही एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ रहा है. फरीदाबाद प्रदूषण बोर्ड और नगर निगम प्रदूषण को कम करने के लाख दावे करता हो. लेकिन जिस तरह से एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ रहा है, जो कहीं ना कहीं सोचने का विषय अवश्य है.
दिल्ली में भी ज़हरीली हवा: दिल्ली में धुंध का असर विजिबिलिटी पर पड़ा है और कई इलाकों में विजिबिलिटी कम हो गई है. दरअसल, दिल्ली में वायु गुणवत्ता (Delhi Air Quality) रविवार को 'मध्यम' श्रेणी में रही, लेकिन अगले तीन दिनों में इसके 'खराब' श्रेणी में आने की आशंका है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने बताया कि पिछले कई दिनों से दिल्ली की वायु में मौजूद PM 2.5 का स्तर बढ़ रहा है. इसका कारण दिल्ली में प्रदूषण के सोर्स जैसे परिवहन और इंडस्ट्री एंड पावर प्लांट्स से इमिशन का बढ़ना है.
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