फरीदाबाद: ऐतिहासिक मटियामहल का इतिहास मिटाने वाले भूमाफियाओं पर बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में सिविल सचिव हरियाणा, भारतीय पुरातत्व विभाग हरियाणा, कला एवं संग्रह के डायरेक्टर, नगर निगम कमिश्नर फरीदाबाद और एसडीएम बल्लबगढ़ को पार्टी बनाया गया है.
'शहीद राजा नाहर सिंह के वंशजों के नाम जगह'
शिकायतकर्ता ने खुलासा करते हुए कहा है कि मटियामहल की लगभग 800 गज जमीन की खतौनी निकलवाने पर पता चला कि ये जमीन अब भी शहीद राजा नाहर सिंह के वंशजों के नाम है और सरकार के अधीन है. जबकि इस पूरी जमीन पर भूमाफियाओं ने अवैध इमारत खड़ी कर ली हैं.
शिकायतकर्ता पाराशर ने कहा कि राजा नाहर सिंह को जनवरी में 32 साल की उम्र में फांसी दी गई थी. उन्होंने कहा कि माफिया बल्लबगढ़ का इतिहास मिटाते जा रहे हैं. इतिहास मिटाने में कुछ नेताओं का भी हाथ है. अगर ये माफिया बच गए तो फरीदाबाद की अन्य ऐतिहासिक जमीनों पर भी कब्जा कर लेंगे. इसलिये उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है.
याचिका में सिविल सचिव हरियाणा, भारतीय पुरातत्व विभाग हरियाणा, कला एवं संग्रह के डायरेक्टर, नगर निगम कमिश्नर फरीदाबाद और एसडीएम बल्लबगढ़ को पार्टी बनाया गया है. वहीं तूल पकड रहे राजा के मटिया महल मामले पर बल्लभगढ एसडीएम ने कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया और कहा कि वह इस मामले में कोई जानकारी साझा नहीं करेंगे.
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