फरीदाबाद: वाणी रावल (Vani Rawal) फरीदाबाद के सेक्टर 9 की रहने वाली है. फरीदाबाद सेक्टर 14 के मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 6 की छात्रा है. 11 साल की वाणी छोटी सी उम्र में बड़ी उपलब्धि की बानगी बन गई हैं. वाणी ने महज 10 साल की उम्र में 'Kathy's 23 days of Christmas' और 'Kathy's calling 5 elements of Christmas' नाम से दो किताबों की सीरीज लिख डाली. इनमें से एक किताब Kathy's 23 days of Christmas' को बुधवार को एक भव्य आयोजन में लांच किया गया.
दुनिया की सबसे कम उम्र की सीरीज राइटर- वाणी रावल अभी 11 साल की हैं. जब वो केवल 10 साल की थी तभी दो किताबें लिख दी थीं. ये दोनों किताबें उन्होंने सीरीज में लिखी थी. महज 10 साल की उम्र में किताब लिखकर वाणी दुनिया भर में मशहूर हो गईं. यही नहीं वाणी दुनिया की सबसे कम्र उम्र की सीरीज लेखिका भी बन गई है. वाणी की लेखनी की इस प्रतिभा को अलग-अलग विश्व रिकॉर्ड में दर्ज किया जा चुका है. वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन, इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड, ब्रावो (bravo) इंटरनेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने वाणी को दुनिया की सबसे कम उम्र की सीरीज लेखिका होने के खिताब से नवाजा है. यह सभी विश्व रिकॉर्ड वाणी ने साल 2022 में हासिल किये हैं.
कोरोना काल में आया आयडिया- वाणी रावल बताती हैं कि उसके किताब लिखने की शुरुआत कोरोना काल के साल 2021 में हुई. जब सारा देश घरों में कैद था. दूसरे बच्चों की तरह वाणी भी घर में बंद होकर बोर रही हो रही थी. बोरिंग लाइफ को बदलने के लिए उसने कुछ नया करने का सोचा. घर में रहने के चलते उसे और कुछ नहीं बल्कि किताब लिखने का आयडिया आया. खात बात ये है कि वाणी ने अपनी पहली किताब Kathy's 23 days of Christmas महज डेढ़ महीने में ही लिख डाली. जबकि दूसरी किताब Kathy's calling 5 elements of Christmas को लिखने में उनको केवल 11 दिनों का समय लगा. Kathy's calling 5 elements of Christmas पहली किताब की दूसरी सीरिज है जिसे अभी लांच नहीं किया गया है.
मैं बहुत बोर होती थी तो मैने सोचा कुछ नया करते हैं. पहले मैने सोचा की छोटी सी कहानी लिखती हूं. लेकिन लिखते-लिखते मैने पूरी किताब लिख दी. काम करने की कोई उम्र नहीं होती. आपकी उम्र छोटी भी है तो आप अपना लक्ष्य बनाकर उसे हासिल कर सकते हैं. मेरा सपना ऐसे ही किताबें लिखने का है. वाणी रावल, छोटी उम्र की लेखिका
Kathy's 23 days of Christmas किताब को वाणी ने अंग्रेजी भाषा में लिखा है. यह एक ऐसी छोटी बच्ची कैथी की कहानी है जिसकी लाइफ में क्रिसमस के आने से 21 दिन पहले एक छोटा जादूगर आता है. वह उसको सेंटा क्लॉज की दुनिया में लेकर जाता है. जिसके बाद क्रिसमस आने तक हर दिन उसके जीवन में एक नई घटना घटती है. ये किताब बच्चों के मासूम सपने से भरी ऐसी ऐसी कल्पना है जो सबका मन मोह लेती है. इस किताब में हर दिन घटने वाली घटना का लेखन वाणी ने किया है. किताब पूरी तरह से हैरी पॉटर स्टाइल में सस्पेंस थ्रिलर के रूप में लिखी गई है. जिसको पढ़ते हुए पाठक की उत्सुकता बनी रहती है.
वाणी रावल की माता शीतल चौधरी हाउस वाइफ हैं और दिल्ली के पूर्व विधायक ब्रहम सिंह तंवर की बेटी हैं. वाणी के पिता रितेश रावल फेमस रावल इंटनेशनल ग्रुप ऑफ स्कूल चलाते हैं. वाणी रावल एक संभ्रांत परिवार से तालुकात रखती हैं. दिल्ली और फरीदाबाद सहित कई दूसरे जिलों में रावल इंटरनेशनल स्कूल की कई शाखाएं हैं. अभी वाणी की केवल पहली बुक लांच की गई है. वाणी का कहना है कि जल्द ही इसकी दूसरी सीरीज भी लांच करने की तैयारी है. वाणी की इस उपलब्धि पर वाणी के घर वाले बेहद खुश हैं. वाणी की मां शीतल कहती हैं कि बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं है. बेटियों को मौका मिले तो वो बेटों से बेहतर साबित हो सकती हैं.