फरीदाबाद: पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर की बढ़ी कीमतों के बाद अब खाद्य सामग्री पर भी महंगाई का ग्रहण लग चुका (food items price hike in Faridabad) है. देश और प्रदेश में लगातार बढ़ रही महंगाई ने आम जनता की रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. पेट्रोल-डीजल (petrol diesel price hike) और गैस सिलेंडर के बढ़े दामों ने पहले ही लोगों का जीना मुश्किल कर दिया था. अब खाद्य सामग्री के बढ़े दामों ने आग में घी डालने का काम किया है. महंगाई के कारण गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों के रसोई का बजट बिलकुल बिगड़ता जा रहा है.
आम लोगों का बजट बिगाड़ा: घरेलू रसोई गैस सिलेंडर पर हाल ही में 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी. जिसके बाद रसोई गैस का दाम 1000 के पार पहुंच गया (LPG price hike in Faridabad) है. वहीं खाद्य सामग्री के दामों में भी बढ़ोतरी होने से लोगों की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं. खाद्य सामग्री के दाम बढ़ जाने से आम लोगों की जेब पर सीधा असर पड़ा है. लोगों का कहना है कि उनकी आमदनी में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही, जबकि खाद्य सामग्री के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में लोगों ने सरकार से खाद्य वस्तुओं के दामों पर कुछ राहत देने की गुहार लगाई (common people affected due inflation) है.
दुकानदारों की बिक्री हो रही प्रभावित: खाद्य वस्तुओं के रेट बढ़ जाने से दुकानदारों की बिक्री भी प्रभावित हो रही (inflation in faridabad) है. दुकानदारों का कहना है कि महंगाई होने के कारण लोग केवल जरूरत का सामान ही खरीद रहे हैं. बता दें, सरकार केवल महंगाई पर काबू करने की बात कहती है, जबकि जमीन पर महंगाई लगातार बढ़ रही है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आज खाद्य सामग्री आम आदमी की पहुंच से दूर होती ही दिखाई दे रही है.
वस्तु के नाम | पहले के दाम (प्रति किलो) | अब के दाम (प्रति किलो) |
चने की दाल | 60 रुपये | 75 रुपये |
डॉलर चने | 100 रुपये | 120 रुपये |
राजमाह | 110 रुपये | 140 रुपये |
मसूर दाल | 80 रुपये | 100 रुपये |
मुंग धुली दाल | 85 रुपये | 95 रुपये |
सोयाबीन | 75 रुपये | 95 रुपये |
सरसो तेल | 170 रुपये | 185 रुपये |
आटा | 28 रुपये | 33 रुपये |