फरीदाबाद: बल्लभगढ़ से दो बार विधायक रह चुकी और कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रही शारदा राठौर ने बुधवार को पलवल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. बीजेपी का दामन थामने के बाद उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
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ईटीवी भारत से की खास बातचीत
ईटीवी भारत पर बातचीत करते हुए पूर्व एमएलए शारदा राठौर ने कहा कि उन्होंने बिना किसी शर्त के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की नीतियों से प्रेरित होकर भारतीय जनता पार्टी को ज्वॉइन किया है.
जब उनसे पूछा गया कि उनका क्षेत्र बल्लभगढ़ है, लेकिन उन्होंने पलवल में ज्वॉइन किया है तो उन्होंने कहा कि उनके पास समय कम था, जिस कारण मुख्यमंत्री ने उनको इसी जनसभा में शामिल होने का आदेश दिया था.
उन्होंने कहा कि टिकट को लेकर किसी तरह की बात उनकी मुख्यमंत्री से नहीं हुई है. वो केवल काम करने के लिए भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई हैं.
शारदा राठौर दो बार रह चुकी हैं विधायक
आपको बता दें कि शारदा राठौर 2004 और 2009 में बल्लभगढ़ से कांग्रेस की विधायक रह चुकी हैं. 2009 में चुनाव जीतने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में उनको मुख्य संसदीय सचिव का पद दिया गया था. उससे पहले वो कांग्रेस की महिला जिला अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.
2014 में बीजेपी में जाने की जुगत लगाई थी
बता दें, 2014 में भी शारदा राठौर ने बीजेपी में शामिल होने की जुगत लगाई थी, लेकिन उस वक्त उनकी बात नहीं बन पाई. इसके साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर से उनका 36 का आंकड़ा रहा है और यही वजह रही है कि भाजपा में 2014 में शामिल ना होने के बाद उन्हें कांग्रेस की टिकट से भी हाथ धोना पड़ा था. उस वक्त शारदा राठौर ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अशोक तंवर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
शारदा राठौर को हुड्डा गुट का माना जाता है
कांग्रेस में शारदा राठौर को हुड्डा गुट का माना जाता है. हाल में ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा 18 अगस्त को की गई महापरिवर्तन रैली में उनको अहम जिम्मेदारी भी दी गई थी. फिलहाल शारदा के पास राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की महासचिव का पदभार था.