फरीदाबाद: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री एसी चौधरी को हुड्डा के करीबियों में गिना जाता है. लेकिन विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण के बाद से ही एसी चौधरी पार्टी से नाराज चल रहे हैं. ऐसे में भाजपा ने उन पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं.
शनिवार देर शाम केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर बड़खल विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सीमा त्रिखा के लिए उनसे समर्थन मांगने पहुंचे. गुर्जर ने पूर्व मंत्री को पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित भी किया. जिस पर एसी चौधरी ने उन्हें अपना छोटा भाई और सीमा त्रिखा को बेटी बताते हुए आशीर्वाद तो जरूर दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि समर्थन देने के बारे में अपने साथियों से पूछ कर ही कुछ कह पाएंगे. एसी चौधरी ने कहा कि सीमा त्रिखा उनकी बेटी है और उनका आशीर्वाद हमेशा सीमा के साथ है, लेकिन राजनीतिक रूप से मदद करनी है या नहीं इसका फैसला वह अपने कार्यकर्ताओं और अपने समर्थकों से पूछने के बाद ही करेंगे.
गौरतलब है कि पंजाबी बाहुल्य सीट बड़खल विधानसभा से कांग्रेस ने पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के बेटे विजय प्रताप को मैदान में उतारा है. इस सीट से पूर्व मंत्री एसी चौधरी के अलावा पूर्व महापौर अशोक अरोड़ा, पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष गुलशन बग्गा सहित पंजाबी बिरादरी से संबंध रखने वाले कई नेता टिकट की दावेदारी कर रहे थे. मगर पार्टी ने इन्हें दरकिनार करते हुए विजय प्रताप को टिकट दे दिया. इससे एसी चौधरी में खासी नाराजगी है.
बता दें कि एसी चौधरी इंदिरा गांधी के जमाने से कांग्रेसी हैं और प्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. वहीं फरीदाबाद में पंजाबी बिरादरी में पूर्व मंत्री एसी चौधरी का अच्छा खासा दबदबा भी है. बड़खल विधानसभा सीट पर पंजाबी समुदाय का दबदबा है. ऐसे में गुर्जर के अचानक चौधरी के घर पहुंचने से बड़खल विधानसभा में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. कांग्रेस से एसी चौधरी की नाराजगी और इस माहौल को भांपते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर का सीमा त्रिखा के लिए समर्थन मांगने उनके घर जाना कांग्रेस के लिए एक और मुश्किल खड़ी होने के संकेत दे रहा है.