चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता (Haryana Assembly Speaker Gian Chand Gupta) ने मंगलवार को पंचकूला के सेक्टर 9 की रेहड़ी मार्केट के दुकानदारों के पुनर्वास के लिए प्रदेश सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ योजना (Rehri Market of Panchkula) बनाई. बैठक में पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी, एचएसवीपी के पंचकूला प्रशासक धर्मवीर सिंह, डीसी महावीर कौशिक, नगर निगम आयुक्त वीरेंद्र लाठर समेत अनेक आला अधिकारी भी मौजूद रहे.
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि पंचकूला के सेक्टर 9 की रेहड़ी मार्केट में अचानक हुई आगजनी से 133 दुकानें जल गई हैं. इन सभी दुकानदारों का जल्द पुनर्वास किया जाएगा. मार्केट में अब 8 गुणा 7 फुट की 134 दुकानें बनाई जाएंगी. आगजनी जैसी आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए 9 फुट चौड़ तीन प्रमुख रास्ते भी बनाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि संकट की इस घड़ी में सरकार के साथ-साथ आम नागरिक भी दुकानदारों के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि मात्र एक अपील पर लोगों ने 60 लाख रुपये एकत्रित कर लिए हैं.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रत्येक दुकानदार को 25 हजार रुपये त्वरित राहत के तौर पर प्रदान किए हैं. विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि त्योहारी सीजन सिर पर है. दुकानदारों के लिए यह वर्षभर का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है. इस सीजन से कारोबारियों को सबसे ज्यादा उम्मीद होती है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस सीजन के दौरान दुकानदारों के लिए काम सुचारू करना तय करें. बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों से पुनर्वास को लेकर अपने सुझाव देने को भी कहा.
वहीं, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी (Haryana CS DS Dhesi) ने कहा कि मुख्यमंत्री इस मार्केट में पहले से बेहतर जन सुविधाएं उपलब्ध करवाने के पक्ष में हैं. हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी ने कहा कि पंचकूला की रेहड़ी मार्केट को प्रदेश की मॉडल मार्केट के तौर पर भी विकसित किया जा सकता. प्राधिकरण दुकानदारों को यहां बनने वाली दुकानों का मालिकाना हक देने पर भी विचार कर सकता है. विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि दुकानदारों के पुनर्वास में देरी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी. अधिकारी यह तय कर लें कि कोई भी योजना फाइलों के साथ-साथ धरातल पर दिखाई देनी चाहिए.
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