चंडीगढ़: रेड क्रॉस सोसाइटी (Red Cross Society) दुनिया भर में लोगों को सहायता और स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए काम करती है. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) में रेड क्रॉस सोसाइटी की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई और रेडक्रॉस ने कोरोना में भी बेहतर काम किया. इसके अलावा कोरोना की तीसरी लहर या भविष्य में संभावित महामारी को लेकर रेड क्रॉस ने अगली तैयारी भी शुरू कर दी है. हरियाणा (Haryana) में सोसाइटी ने किस तरह से योगदान दिया. इसको लेकर हमने इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी हरियाणा इकाई के महासचिव आरडी शर्मा से खास बातचीत की.
इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (Red Cross Society) हरियाणा इकाई के महासचिव आरडी शर्मा ने कहा कि पहली लहर से सीखते हुए हमने दूसरी लहर में काफी सुधार किए. रेड क्रॉस हरियाणा इकाई की ओर से प्रदेश में करीब 10 हजार वालंटियर तैनात किए गए थे, जिनमें से 6 हजार वालंटियर की सेवाएं लगातार ली गई. दूसरी लहर में मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई थी कि अस्पतालों में बेड कम पड़ गए थे. जिस वजह से मरीजों का घर पर रखते हुए ही इलाज करना जरूरी था.
इसलिए रेड क्रॉस (Red Cross Society) की ओर से लोगों को घरों तक ऑक्सीजन के सिलेंडर पहुंचाए गए. इसके लिए एक ऑनलाइन सेवा शुरू की गई, जहां से लोग ऑनलाइन सिलेंडर मंगवा सकते थे और रेड क्रॉस की ओर से आधे घंटे के भीतर ही मरीज को सिलेंडर पहुंचा दिया जाता था. इसके अलावा जिन मरीजों को अस्पताल ले जाने की जरूरत होती थी, उन्हें रेडक्रॉस एंबुलेंस के माध्यम से अस्पतालों तक पहुंचाया जाता था. रेड क्रॉस की ओर से हर जिले में एंबुलेंस तैनात की गई थी.
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आरडी शर्मा ने बताया कि कोरोना काल में कोरोना मरीजों के शवों के संस्कार की जिम्मेदारी भी बखूबी निभाई गई. इसके अलावा हाल ही में हरियाणा के राज्यपाल ने यह गाइडलाइंस जारी की है कि हरियाणा के किसी भी हिस्से में अगर कोई लावारिस मिलता है तो उसका संस्कार ही रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा ही किया जाएगा. उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस की ओर लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए कई योजनाएं चलाई जाती हैं. हालांकि ये योजनाएं कोरोना की वजह ठीक से नहीं चल पाई, लेकिन अब उन्हें शुरू कर दिया गया है.
रेड क्रॉस की ओर ये हरियाणा में वॉलंटियरों को होम नर्सिंग को ट्रेनिंग दी जा रही है. ये वाॉलंटियर घर और अस्पताल में दोनों जगह अपनी सेवाएं दे सकते हैं. अगर किसी मरीज को घर पर नर्सिंग स्टाफ की जरूरत होगी तो ये वॉलंटियर वहां पर भी उनकी सेवा कर सकते हैं. अभी तक ऐसे 50 वॉलंटियर्स को ये ट्रेनिंग दी गयी है. ऐसा करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है.
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