दिल्ली/चंडीगढ़ः मंगलवार को जब मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार की खबरें आनी शुरू हुई तो अटकलों का दौर भी शुरू हो गया कि किसे नए चेहरे के रूप में टीम मोदी में जगह मिलेगी और कौन बाहर का रास्ता देखेगा. शाम होते-होते ये खबर सामने आई कि हरियाणा के सिरसा से पहली बार सांसद बनीं सुनीता दुग्गल को मंत्री बनाया जा रहा है. उन्हें दलित चेहरे के तौर पर मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिलने की खबरें मीडिया जगत में आम हो गईं.
बुधवार को सुबह को खबर आई कि सुनीता दुग्गल को दिल्ली बुलाया गया है, इस खबर के बाद ये पक्का माना जाने लगा कि सुनीता दुग्गल को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल रही है. लेकिन अंतिम समय में खेल हो गया. जब मोदी मंत्रिमंडल के नए टीम मेंबरों की लिस्ट जारी हुई तो सुनीता दुग्गल का नाम उसमें नहीं था.
सुनीता दुग्गल को मोदी मंत्रिमंडल जगह ना मिलने के कई कारण माने जा रहे हैं. सबसे अहम है कि जिन राज्यों में कुछ ही वक्त बाद चुनाव है वहां के नेताओं को एडजस्ट करना था, जिसमें यूपी से 7 सांसदों को मंत्री बनाया गया है और गुजरात से 5 सांसदों को, दोनों ही राज्यों में 2022 में चुनाव होने हैं.
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इसके अलावा बिहार से एलजेपी और जेडीयू के लिए भी जगह बनानी थी. उधर मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं को भी सम्मान देना था जो कांग्रेस छोड़कर आये और बंगाल के नेताओं को भी अहमियत देनी थी, इसलिए सुनीता दुग्गल की जगह नहीं बन सकी और अंतिम समय में उनका नाम हटा दिया गया.