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चंडीगढ़ के पहले फ्लाईओवर के निर्माण से पहले ही खड़ी हुई मुश्किलें, ये है वजह - प्रस्ताव

चंडीगढ़ के पहले फ्लाईओवर के निर्माण कार्य शुरू होने में अभी से मुश्किलें आने लगी हैं. ट्रिब्यून चौक चंडीगढ़ का सबसे व्यस्त चौक है और यहां पर ट्रैफिक के बढ़ते दबाव के चलते केंद्र सरकार की ओर से फ्लाईओवर बनाना तय किया गया है. मगर अभी तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है.

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Published : Jul 30, 2019, 5:52 PM IST

चंडीगढ़: ट्रिब्यून चौक शहर का सबसे व्यस्त चौक है, सुबह और शाम के वक्त यहां पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार इस चौक पर हर घंटे करीब 15,000 वाहन गुजरते हैं. ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए यहां पर एक फ्लाईओवर का निर्माण किया जाना है. जिसे केंद्र सरकार स्वीकृत भी कर चुकी है. यहां तक की 3 मार्च को चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर इस फ्लाईओवर का शिलान्यास भी कर चुके हैं. मगर करीब 4 महीने बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है.

क्लिक कर देखें वीडियो

छह लेन की बजाय चार लेन बनाने का प्रस्ताव
यह फ्लाई ओवर छह लेन का बनाया जाना है. जिसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने टेंडर भी निकाले थे. मगर कोई भी कंपनी इस फ्लाईओवर को छह लेन का बनाने के लिए तैयार नहीं है. इस फ्लाईओवर की कुल लागत 184 करोड़ रुपए तय की गई है. जबकि कंपनियों का कहना है कि इस कीमत में इसे छह लेन का नहीं बनाया जा सकता. इसलिए इस फ्लाईओवर को चार लेन का बना दिया जाए. जिसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव भेजा था कि इस फ्लाईओवर को छह लेन की बजाय चार लेन का बना दिया जाए.

केंद्र सरकार ने खारिज किया प्रस्ताव
लेकिन केंद्र सरकार ने प्रशासन के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि यह फ्लाईओवर भविष्य को देखते हुए बनाया जा रहा है. इसलिए इसे हर हालत में छह लेन का ही बनाना होगा. जिसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है. क्योंकि प्रशासन को अभी तक ऐसी कोई कंपनी नहीं मिल पाई है. जो इस फ्लाईओवर को छह लेन का बना सके.

फिर से निकाला जाएगा टेंडर
इस बारे में बात करते हुए प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा ने कहा कि केंद्र सरकार के आदेश के बाद हम फिर से टेंडर निकालेंगे और ज्यादा कंपनियों को बुलाएंगे. हमें उम्मीद है कि जल्द ही हमें ऐसी कंपनी मिल जाएगी जो फ्लाईओवर को छह लेन का बना देगी.

प्रोजेक्ट की कुल कीमत 390 करोड़ से घटाकर 184 करोड़ कर दी गई
आपको बता दें कि पहले यह फ्लाईओवर 6.5 किलोमीटर का बनना था. मगर बाद में इसकी लंबाई घटाकर 1.6 किलोमीटर कर दी गई. जो रेलवे ओवरब्रिज से शुरू होकर जीएमसीएच सेक्टर 32 तक जाएगा. वहीं ट्रिब्यून चौक पर एक अंडरपास भी बनाया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की कुल कीमत 390 करोड़ से घटाकर 184 करोड़ कर दी गई. अब देखना यह होगा की प्रशासन कितने समय में इस फ्लाईओवर का निर्माण शुरू करवा पाता है.

चंडीगढ़: ट्रिब्यून चौक शहर का सबसे व्यस्त चौक है, सुबह और शाम के वक्त यहां पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार इस चौक पर हर घंटे करीब 15,000 वाहन गुजरते हैं. ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए यहां पर एक फ्लाईओवर का निर्माण किया जाना है. जिसे केंद्र सरकार स्वीकृत भी कर चुकी है. यहां तक की 3 मार्च को चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर इस फ्लाईओवर का शिलान्यास भी कर चुके हैं. मगर करीब 4 महीने बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है.

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छह लेन की बजाय चार लेन बनाने का प्रस्ताव
यह फ्लाई ओवर छह लेन का बनाया जाना है. जिसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने टेंडर भी निकाले थे. मगर कोई भी कंपनी इस फ्लाईओवर को छह लेन का बनाने के लिए तैयार नहीं है. इस फ्लाईओवर की कुल लागत 184 करोड़ रुपए तय की गई है. जबकि कंपनियों का कहना है कि इस कीमत में इसे छह लेन का नहीं बनाया जा सकता. इसलिए इस फ्लाईओवर को चार लेन का बना दिया जाए. जिसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव भेजा था कि इस फ्लाईओवर को छह लेन की बजाय चार लेन का बना दिया जाए.

केंद्र सरकार ने खारिज किया प्रस्ताव
लेकिन केंद्र सरकार ने प्रशासन के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि यह फ्लाईओवर भविष्य को देखते हुए बनाया जा रहा है. इसलिए इसे हर हालत में छह लेन का ही बनाना होगा. जिसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है. क्योंकि प्रशासन को अभी तक ऐसी कोई कंपनी नहीं मिल पाई है. जो इस फ्लाईओवर को छह लेन का बना सके.

फिर से निकाला जाएगा टेंडर
इस बारे में बात करते हुए प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा ने कहा कि केंद्र सरकार के आदेश के बाद हम फिर से टेंडर निकालेंगे और ज्यादा कंपनियों को बुलाएंगे. हमें उम्मीद है कि जल्द ही हमें ऐसी कंपनी मिल जाएगी जो फ्लाईओवर को छह लेन का बना देगी.

प्रोजेक्ट की कुल कीमत 390 करोड़ से घटाकर 184 करोड़ कर दी गई
आपको बता दें कि पहले यह फ्लाईओवर 6.5 किलोमीटर का बनना था. मगर बाद में इसकी लंबाई घटाकर 1.6 किलोमीटर कर दी गई. जो रेलवे ओवरब्रिज से शुरू होकर जीएमसीएच सेक्टर 32 तक जाएगा. वहीं ट्रिब्यून चौक पर एक अंडरपास भी बनाया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की कुल कीमत 390 करोड़ से घटाकर 184 करोड़ कर दी गई. अब देखना यह होगा की प्रशासन कितने समय में इस फ्लाईओवर का निर्माण शुरू करवा पाता है.

Intro:चंडीगढ़ के पहले फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू होने में अभी से दिक्कतें पेश आने लगी है ।यह फ्लाईओवर ट्रिब्यून चौक पर बनना है। ट्रिब्यून चौक चंडीगढ़ के सबसे व्यस्त चौक है और यहां पर ट्रैफिक के बढ़ते दबाव के चलते केंद्र सरकार की ओर से फ्लाईओवर बनाना तय किया गया है। मगर अभी तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।


Body:चंडीगढ़ ट्रिब्यून चौक शहर का सबसे व्यस्त चौक है सुबह और शाम के वक्त यहां पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती है एक रिपोर्ट के अनुसार इस चौक पर हर घंटे करीब 15000 वाहन गुजरते हैं ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए यहां पर एक फ्लाईओवर का निर्माण किया जाना है। जिसे केंद्र सरकार स्वीकृत भी कर चुकी है। यहां तक की 3 मार्च को चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर इस फ्लाईओवर का शिलान्यास भी कर चुके हैं ।मगर करीब 4 महीने बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।

यह फ्लाईओवर छह लेन का बनाया जाना है जिसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने टेंडर भी निकाले थे। मगर कोई भी कंपनी इस फ्लाई और को छह लेन का बनाने के लिए तैयार नहीं है ।इस फ्लाईओवर की कुल लागत 184 करोड रुपए तय की गई है। जबकि कंपनियों का कहना है कि इस कीमत में इसे छह लेन का नहीं बनाया जा सकता । इसलिए इस फ्लाईओवर को चार लेन का बना दिया जाए। जिसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव भेजा था कि इस फ्लाईओवर को छह लेन की बजाय चार लेन का बना दिया जाए ।मगर केंद्र सरकार ने प्रशासन के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि यह फ्लाईओवर भविष्य को देखते हुए बनाया जा रहा है। इसलिए इसे हर हालत में छह लेन का ही बनाना होगा ।जिसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है। क्योंकि प्रशासन को अभी तक ऐसी कोई कंपनी नहीं मिल पाई है । जो इस फ्लाईओवर को छह लेन का बना सके ।
इस बारे में बात करते हुए प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा ने कहा कि केंद्र सरकार के आदेश के बाद हम फिर से टेंडर निकालेंगे और ज्यादा कंपनियों को बुलाएंगे । हमें उम्मीद है कि जल्द ही हमें ऐसी कंपनी मिल जाएगी जो फ्लाईओवर को छह लेन का बना देगी।

आपको बता दें कि पहले यह फ्लाईओवर 6.5 किलोमीटर का बनना था । मगर बाद में इसकी लंबाई घटाकर 1.6 किलोमीटर कर दी गई । जो रेलवे ओवरब्रिज से शुरू होकर जीएमसीएच सेक्टर 32 तक जाएगा । वहीं ट्रिब्यून चौक पर एक अंडरपास भी बनाया जाएगा । इस प्रोजेक्ट की कुल कीमत 390 करोड से घटाकर 184 करोड कर दी गई ।अब देखना यह होगा की प्रशासन कितने समय में इस फ्लाईओवर का निर्माण शुरू करवा पाता है ।
बाइट- मनोज परीदा, सलाहकार , प्रशासक

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