चंडीगढ़: ट्रिब्यून चौक शहर का सबसे व्यस्त चौक है, सुबह और शाम के वक्त यहां पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार इस चौक पर हर घंटे करीब 15,000 वाहन गुजरते हैं. ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए यहां पर एक फ्लाईओवर का निर्माण किया जाना है. जिसे केंद्र सरकार स्वीकृत भी कर चुकी है. यहां तक की 3 मार्च को चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर इस फ्लाईओवर का शिलान्यास भी कर चुके हैं. मगर करीब 4 महीने बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है.
छह लेन की बजाय चार लेन बनाने का प्रस्ताव
यह फ्लाई ओवर छह लेन का बनाया जाना है. जिसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने टेंडर भी निकाले थे. मगर कोई भी कंपनी इस फ्लाईओवर को छह लेन का बनाने के लिए तैयार नहीं है. इस फ्लाईओवर की कुल लागत 184 करोड़ रुपए तय की गई है. जबकि कंपनियों का कहना है कि इस कीमत में इसे छह लेन का नहीं बनाया जा सकता. इसलिए इस फ्लाईओवर को चार लेन का बना दिया जाए. जिसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव भेजा था कि इस फ्लाईओवर को छह लेन की बजाय चार लेन का बना दिया जाए.
केंद्र सरकार ने खारिज किया प्रस्ताव
लेकिन केंद्र सरकार ने प्रशासन के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि यह फ्लाईओवर भविष्य को देखते हुए बनाया जा रहा है. इसलिए इसे हर हालत में छह लेन का ही बनाना होगा. जिसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है. क्योंकि प्रशासन को अभी तक ऐसी कोई कंपनी नहीं मिल पाई है. जो इस फ्लाईओवर को छह लेन का बना सके.
फिर से निकाला जाएगा टेंडर
इस बारे में बात करते हुए प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा ने कहा कि केंद्र सरकार के आदेश के बाद हम फिर से टेंडर निकालेंगे और ज्यादा कंपनियों को बुलाएंगे. हमें उम्मीद है कि जल्द ही हमें ऐसी कंपनी मिल जाएगी जो फ्लाईओवर को छह लेन का बना देगी.
प्रोजेक्ट की कुल कीमत 390 करोड़ से घटाकर 184 करोड़ कर दी गई
आपको बता दें कि पहले यह फ्लाईओवर 6.5 किलोमीटर का बनना था. मगर बाद में इसकी लंबाई घटाकर 1.6 किलोमीटर कर दी गई. जो रेलवे ओवरब्रिज से शुरू होकर जीएमसीएच सेक्टर 32 तक जाएगा. वहीं ट्रिब्यून चौक पर एक अंडरपास भी बनाया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की कुल कीमत 390 करोड़ से घटाकर 184 करोड़ कर दी गई. अब देखना यह होगा की प्रशासन कितने समय में इस फ्लाईओवर का निर्माण शुरू करवा पाता है.