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हरियाणा रोडवेज की बसों में मोबाइल क्लीनिक किए जांएगे शुरू

हरियाणा में लॉक डाउन के दौरान प्रदेश में सामान्य मरीजों को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के दृष्टिगत मोबाइल क्लीनिक की शुरुआत की जाएगी. इसके लिए हरियाणा रोडवेज की बसों को उपयोग में लाया जाएगा.

mobile clinic in haryana
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Published : Apr 12, 2020, 11:37 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कोविड-19 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों के साथ हुई संकट समन्वय समिति की बैठक में मोबाइल क्लीनिक की जानकारी दी. मुख्य सचिव केशनी आनंद ने नोडल अधिकारियों से चिकित्सा तैयारियों संबंधी विस्तार से चर्चा की. वहीं इस दौरान मुख्य सचिव ने फसलों की खरीद के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने समेत खरीद को लेकर किए गए इंतजामों पर भी विस्तृत चर्चा की.

पीपीई किट की गुणवत्ता जांची जाए

वहीं स्वास्थ्य सेवा में लगे स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीपीई किट की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कंपनियों द्वारा तैयार की गई पीपीई किटों का सिटरा द्वारा सर्टिफिकेशन प्राप्त किया जाए. इसके अलावा वेंटिलेटर बनाने वाली कंपनियों और इसके पुर्जे बनाने वाली कंपनियों को भी निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया जाए. उन्होंने कहा कि मोबाइल ओपीडी की सुविधा भी पढ़ाई जाए.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन के दौरान चंडीगढ़ में हुआ सड़क हादसा

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रबी खरीफ सीजन के मद्देनजर मंडियों में भीड़ इकट्ठा ना हो इसके लिए पूरे कार्यक्रम सूची तैयार की जाए और खरीद के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का सख्ती से पालन किया जाए. उन्होंने जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे स्वयं खरीद केंद्रों की व्यवस्थाओं का जायजा लेने फसल कटाई के लिए कंबाइन हार्वेस्टर के निर्बाध आवागमन को सुनिश्चित किया जाए और जारी दायित्व के अनुसार इन कंबाइन हार्वेस्टर और ड्राइवरों को सैनिटाइज किया जाए.

फसल खरीद के दौरान मंडियों में ना लगे भीड़

वहीं उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि खरीद को ध्यान में रखते हुए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम भी बनाए जाएं. पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसल खरीद को लेकर किसानों व श्रमिकों के आवागमन में किसी प्रकार की कोई समस्या ना आए इसके लिए नाकों पर ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों को विस्तृत दिशा निर्देश दिए जाएं.

वहीं मंडियों में खरीद केंद्रों पर भीड़ इकट्ठा ना हो इसे रोकने के लिए विभाग की तरफ से एक तंत्र बनाया है जिसके तहत किस दिन कितने किसानों को खरीद केंद्रों पर बुलाया जाएगा उसका मैसेज किसानों को मोबाइल पर भेज दिया जाएगा. इसके अलावा किसानों और खरीद केंद्रों की पूरी सूची पंचायतों को भेज दी जाएगी. इससे पंचायतों और प्रत्येक गांव के किसानों को यह पता होगा कि उन्हें किस दिन और किस खरीद केंद्र पर जाना है.

ये भी पढ़ें- जींद में लॉकडाउन की पालना को लेकर नाके पर चली गोली

गौरतलब है कि सरकार की तरफ से जल्द ही प्रदेश के सामान्य मरीजों को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत मोबाइल क्लीनिक की शुरुआत किए जाने का दावा किया जा रहा है. हालांकि इसकी शुरुआत कब तक हो पाती है यह देखना होगा. बता दें कि इन मोबाइल क्लीनिक में हरियाणा रोडवेज की बसों को उपयोग में लाया जाएगा. इसका मकसद सामान्य मरीजों को अलग से मेडिकल सुविधा देना है ताकि हॉस्पिटलों में संक्रमित ना हो पाए.

चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कोविड-19 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों के साथ हुई संकट समन्वय समिति की बैठक में मोबाइल क्लीनिक की जानकारी दी. मुख्य सचिव केशनी आनंद ने नोडल अधिकारियों से चिकित्सा तैयारियों संबंधी विस्तार से चर्चा की. वहीं इस दौरान मुख्य सचिव ने फसलों की खरीद के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने समेत खरीद को लेकर किए गए इंतजामों पर भी विस्तृत चर्चा की.

पीपीई किट की गुणवत्ता जांची जाए

वहीं स्वास्थ्य सेवा में लगे स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीपीई किट की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कंपनियों द्वारा तैयार की गई पीपीई किटों का सिटरा द्वारा सर्टिफिकेशन प्राप्त किया जाए. इसके अलावा वेंटिलेटर बनाने वाली कंपनियों और इसके पुर्जे बनाने वाली कंपनियों को भी निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया जाए. उन्होंने कहा कि मोबाइल ओपीडी की सुविधा भी पढ़ाई जाए.

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मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रबी खरीफ सीजन के मद्देनजर मंडियों में भीड़ इकट्ठा ना हो इसके लिए पूरे कार्यक्रम सूची तैयार की जाए और खरीद के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का सख्ती से पालन किया जाए. उन्होंने जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे स्वयं खरीद केंद्रों की व्यवस्थाओं का जायजा लेने फसल कटाई के लिए कंबाइन हार्वेस्टर के निर्बाध आवागमन को सुनिश्चित किया जाए और जारी दायित्व के अनुसार इन कंबाइन हार्वेस्टर और ड्राइवरों को सैनिटाइज किया जाए.

फसल खरीद के दौरान मंडियों में ना लगे भीड़

वहीं उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि खरीद को ध्यान में रखते हुए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम भी बनाए जाएं. पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसल खरीद को लेकर किसानों व श्रमिकों के आवागमन में किसी प्रकार की कोई समस्या ना आए इसके लिए नाकों पर ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों को विस्तृत दिशा निर्देश दिए जाएं.

वहीं मंडियों में खरीद केंद्रों पर भीड़ इकट्ठा ना हो इसे रोकने के लिए विभाग की तरफ से एक तंत्र बनाया है जिसके तहत किस दिन कितने किसानों को खरीद केंद्रों पर बुलाया जाएगा उसका मैसेज किसानों को मोबाइल पर भेज दिया जाएगा. इसके अलावा किसानों और खरीद केंद्रों की पूरी सूची पंचायतों को भेज दी जाएगी. इससे पंचायतों और प्रत्येक गांव के किसानों को यह पता होगा कि उन्हें किस दिन और किस खरीद केंद्र पर जाना है.

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गौरतलब है कि सरकार की तरफ से जल्द ही प्रदेश के सामान्य मरीजों को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत मोबाइल क्लीनिक की शुरुआत किए जाने का दावा किया जा रहा है. हालांकि इसकी शुरुआत कब तक हो पाती है यह देखना होगा. बता दें कि इन मोबाइल क्लीनिक में हरियाणा रोडवेज की बसों को उपयोग में लाया जाएगा. इसका मकसद सामान्य मरीजों को अलग से मेडिकल सुविधा देना है ताकि हॉस्पिटलों में संक्रमित ना हो पाए.

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