चंडीगढ़/नई दिल्ली: पंजाब विधानसभा में बीते शुक्रवार को चंडीगढ़ को तुरंत पंजाब को देने का प्रस्ताव (proposal to give chandigarh to punjab) पास किया गया. इसको लेकर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने (Bhupinder Singh Hooda on Chandigarh issue) ने सोमवार को दिल्ली में हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की बैठक ली. इसमें चंडीगढ़ मुद्दे के अलावा एसवाईएल पर चर्चा की गई. ये बैठक करीब 2 घंटे तक चली.
नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में हुई इस विधायक दल की इस बैठक में विधायक गीता भुक्कल, शकुंतला खटक, आफताब अहमद, बीबी बत्रा, नीरज शर्मा, वरुण चौधरी, मोहम्मद इलियास, अमित सिहाग, राजेंद्र जून, धर्म सिंह छोकर, सुरेंद्र पवार, मामन खान, जगबीर मलिक, इंदु राज नरवाल, कुलदीप वत्स, राव दान सिंह, डॉ. रघुवीर कादियान, जयवीर वाल्मीकि, सुभाष गांगुली, चिरंजीव राव समेत राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी शामिल हुए.
बैठक के बाद राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज सीएलपी की बैठक में हमने चंडीगढ़ को लेकर पंजाब विधानसभा में पारित प्रस्ताव पर चर्चा की. हम इस प्रस्ताव का पुरजोर विरोध करेंगे क्योंकि चंडीगढ़ हरियाणा का है. हम इस मुद्दे को हर जगह उठाएंगे. मैंने खुद भी सदन में इस मुद्दे को उठाया है और देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से इस मामले में दखल देने को कहा है. इसके अलावा हम देश के राष्ट्रपति से भी इस मुद्दे को लेकर मिलेंगे. वहीं कल हरियाणा विधानसभा के सत्र में भी ये मुद्दा उठाया जाएगा.
क्या है मामला- दरअसल, आम आदमी पार्टी ने 8 अप्रैल को पंजाब विधानसभा में चंडीगढ़ को तुरंत पंजाब को देने का प्रस्ताव (proposal to give chandigarh to punjab) पास किया था. इस प्रस्ताव का पंजाब कांग्रेस, अकाली दल और बसपा ने समर्थन किया. वहीं, बीजेपी ने इसका विरोध किया और मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए. पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव पास होने के बाद CM भगवंत मान ने कहा कि पंजाब को बचाने के लिए वो संसद के अंदर-बाहर और सड़कों पर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं. इस बारे में वो जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे.
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