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LIVE: किसान आंदोलन का 18वां दिन, आज दिल्ली-जयपुर हाइवे जाम करेंगे किसान - farmers protest update

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किसान आंदोलन का 18वां दिन
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Published : Dec 13, 2020, 9:01 AM IST

Updated : Dec 13, 2020, 10:16 AM IST

10:13 December 13

आंदोलन के 18वें दिन सिंघु बॉर्डर पहुंचे सैकड़ों किसान

  • Delhi: Farmers' protest at Singhu (Delhi-Haryana border) enters 18th day.

    A protester says, "I reached here last night. More farmers are coming from Rajasthan, Punjab and Haryana. 500 more trolleys will arrive here on 16th December." pic.twitter.com/O2DN4E7bz5

    — ANI (@ANI) December 13, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

किसान आंदोलन के 18वें दिन दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसानों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. धरनास्थल पर पहुंचे एक किसान का कहना है कि वो यहां देर रात पहुंचे हैं. उनका कहना है कि 16 दिसंबर तक करीब 500 ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ किसान पंजाब, राजस्थान और हरियाणा से सिंघु बॉर्डर पहुंचेंगे. 

08:40 December 13

किसान आंदोलन लाइव अपडेट

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 18वां दिन है. इसी कड़ी में किसानों ने शनिवार को हरियाणा और पंजाब के टोल प्लाजा को फ्री किया. आज किसान ट्रैक्टर मार्च निकालकर दिल्ली-जयपुर हाइवे जाम करेंगे. इसके साथ ही किसान नेताओं ने सख्त तेवर दिखाते हुए 14 दिसंबर को भूख हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है. 

पीएम ने की कृषि कानूनों की तारीफ

एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर अपने रुख पर कायम हैं. वहीं सरकार कृषि कानूनों को क्रांतिकारी बताने की मुहिम में जुटी है.  FICCI के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक बार फिर नए कृषि कानूनों को किसानों के किस्मत को बदलने वाला बताया.

पीएम ने कहा कि अब सभी अड़चनें हटाई जा रही हैं. इन रिफॉर्म के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे. उन्हें टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा. देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा.

पीएम ने कहा कि इन सबसे कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा और इसका सबसे ज्यादा फायदा किसी को होने वाला है तो मेरे देश के किसान को होने वाला है. जो छोटे-छोटे जमीन के टुकड़ों पर जिंदगी पालता है, उस किसान का भला होने वाला है. देश की अर्थव्यवस्था को अलग-अलग सेक्टर्स में दीवारें नहीं चाहिए. बीते वर्षों में इन दीवारों को तोड़ने के लिए रिफॉर्म किए गए हैं.

14 दिसंबर को भूख हड़ताल

किसान नेताओं ने 14 दिसंबर को भूख हड़ताल का ऐलान किया है. किसान नेता कमलप्रीत पन्नू ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले. संशोधन मंजूर नहीं है. हम सरकार से बातचीत से इनकार नहीं करते हैं.

10:13 December 13

आंदोलन के 18वें दिन सिंघु बॉर्डर पहुंचे सैकड़ों किसान

  • Delhi: Farmers' protest at Singhu (Delhi-Haryana border) enters 18th day.

    A protester says, "I reached here last night. More farmers are coming from Rajasthan, Punjab and Haryana. 500 more trolleys will arrive here on 16th December." pic.twitter.com/O2DN4E7bz5

    — ANI (@ANI) December 13, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

किसान आंदोलन के 18वें दिन दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसानों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. धरनास्थल पर पहुंचे एक किसान का कहना है कि वो यहां देर रात पहुंचे हैं. उनका कहना है कि 16 दिसंबर तक करीब 500 ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ किसान पंजाब, राजस्थान और हरियाणा से सिंघु बॉर्डर पहुंचेंगे. 

08:40 December 13

किसान आंदोलन लाइव अपडेट

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 18वां दिन है. इसी कड़ी में किसानों ने शनिवार को हरियाणा और पंजाब के टोल प्लाजा को फ्री किया. आज किसान ट्रैक्टर मार्च निकालकर दिल्ली-जयपुर हाइवे जाम करेंगे. इसके साथ ही किसान नेताओं ने सख्त तेवर दिखाते हुए 14 दिसंबर को भूख हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है. 

पीएम ने की कृषि कानूनों की तारीफ

एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर अपने रुख पर कायम हैं. वहीं सरकार कृषि कानूनों को क्रांतिकारी बताने की मुहिम में जुटी है.  FICCI के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक बार फिर नए कृषि कानूनों को किसानों के किस्मत को बदलने वाला बताया.

पीएम ने कहा कि अब सभी अड़चनें हटाई जा रही हैं. इन रिफॉर्म के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे. उन्हें टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा. देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा.

पीएम ने कहा कि इन सबसे कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा और इसका सबसे ज्यादा फायदा किसी को होने वाला है तो मेरे देश के किसान को होने वाला है. जो छोटे-छोटे जमीन के टुकड़ों पर जिंदगी पालता है, उस किसान का भला होने वाला है. देश की अर्थव्यवस्था को अलग-अलग सेक्टर्स में दीवारें नहीं चाहिए. बीते वर्षों में इन दीवारों को तोड़ने के लिए रिफॉर्म किए गए हैं.

14 दिसंबर को भूख हड़ताल

किसान नेताओं ने 14 दिसंबर को भूख हड़ताल का ऐलान किया है. किसान नेता कमलप्रीत पन्नू ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले. संशोधन मंजूर नहीं है. हम सरकार से बातचीत से इनकार नहीं करते हैं.

Last Updated : Dec 13, 2020, 10:16 AM IST
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