चंडीगढ़: हरियाणा में बिना मौसम बारिश कारण किसानों की काफी फसल बर्बाद हुई है. जिसे लेकर अब सरकार गंभीर दिख रही है. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रदेश में 100 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश वाले क्षेत्रों की अगले 48 घंटे में रिपोर्ट दें, ताकि प्रभावित क्षेत्र की स्पेशल गिरदावरी करवा कर किसानों को उनके नुकसान की भरपाई की जा सके
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि जो फसलें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कवर नहीं होती हैं. उन फसलों के नुकसान का भी मुआवजा दिया जाएगा. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार 30 सितंबर 2021 तक गैर-मौसमी बारिश होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने जिला की रिपोर्ट बनाकर भेजें, जिसमें 100 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश तथा बारिश के कारण जलभराव की रिपोर्ट भेजना सुनिश्चित करें.
डिप्टी सीएम ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बागवानी व दलहनी जैसी उन फसलों के नुकसान की भी क्षतिपूर्ति की जाएगी, जो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कवर नहीं होती हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में दलहन व कपास की फसल में ज्यादा नुकसान होने की संभावना है. जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद स्पेशल गिरदावरी करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि केएमपी के आस-पास के क्षेत्र में करीब साढ़े सात हजार एकड़ में जलभराव की समस्या भी सामने आई है, इसमें जिन-जिन किसानों को नुकसान हुआ है, रिपोर्ट आने के बाद गिरदावरी करवाकर प्रभावित किसानों क्षतिपूर्ति के लिए मुआवजा दिया जाएगा.
डिप्टी सीएम के मुताबिक इस साल फसलों के नुकसान की जो नियमित गिरदावरी हुई थी उसकी भी रिपोर्ट आ गई है, सरकार ने बीमा कंपनियों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वे किसानों के मुआवजे का भुगतान जल्द से जल्द करें, इसके अलावा जो फसलें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कवर नहीं होती हैं. उनके नुकसान का भुगतान करने के लिए भी उपायुक्तों को निर्देश दे दिए गए हैं.
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