चंडीगढ़: हरियाणा के हर गरीब परिवार को आर्थिक और सामाजिक रूप से सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर प्रयासरत है. इसी के मद्देनजर प्रत्येक परिवार की आय 1.80 लाख तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना (Antyodaya Parivar Utthan Yojana 2022) के तहत लगाए जाने वाले अंत्योदय मेले में अब डॉ. अंबेडकर चैंबर ऑफ कॉमर्स (Dr Ambedkar Chamber of Commerce) के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा. इसके अलावा 14 जून संत कबीर जयंती के अवसर पर डॉ. अंबेडकर चैंबर ऑफ कॉमर्स के हरियाणा चैप्टर का लॉच भी किया जाएगा.
यह निर्णय मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में डॉ. अंबेडकर चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान लिया गया. मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को डॉ. अंबेडकर चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों के साथ बैठक (Manohar Lal meeting in Chandigarh) हुई. बैठक में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के मिशन निदेशक मंदीप सिंह बराड़ ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि अब तक दो चरणों में 156 स्थानों पर 500 से अधिक मेलों को आयोजन करवाया जा चुका है. 18 विभागों की 49 योजनाओं की जानकारी लाभपात्रों को दी जाती हैं जिनके तहत वे बैंकों से ऋण लेकर स्वरोजगार के साधन जुटा सकते हैं.
इस बात की भी जानकारी दी गई कि सात लाख परिवारों की पहचान की गई है जिनकी वार्षिक आय 1 लाख रुपये से कम है, जिनमें से अढ़ाई लाख परिवारों को आरंभ में बुलाया जा चुका (Antyodaya fair in haryana) है. अब तक अंत्योदय मेलों में 16 हजार लाभपात्रों को रोल पर लिया गया है. इसके अलावा 350 व्यक्तियों का चयन प्राइवेट सेक्टर में हुआ है. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवारों विशेषकर अनुसूचित जाति के युवा भी उद्यमी बनें यह डॉ. अंबेडकर चैंबर ऑफ कॉमर्स का अच्छा प्रयास है. प्रदेश सरकार पहले ही अंत्योदय की भावना पर चलते हुए समाज के अंतिम पक्ति में खड़े व्यक्ति के उत्थान में कार्य कर रही है.
अंत्योदय मेलों का आयोजन कर गरीब व्यक्ति को स्वरोजगार परक बनाना भी उसी कड़ी का एक हिस्सा है. अनुसूचित जाति के व्यक्ति उद्यमी बनें इसके लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण व एचएसआईआईडीसी द्वारा आवंटित किए जाने वाले औद्योगिक प्लाटों की लागत में 10 प्रतिशत की छूट इस वर्ग को देने की पहले ही घोषणा कर चुके हैं जिस पर कार्य प्रगति पर (Dr Ambedkar Chamber of Commerce establish in Haryana) है. मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि सफाई कर्मचारी भी भवन एवं सन्ननिर्माण श्रमिकों की तर्ज पर सहकारी समितियां बनाएं. शहरी स्थानीय निकायों में सफाई का ठेका इन समितियों के माध्यम से लें. इस प्रकार, वे सफाईकर्मी से ठेकेदार बन सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि धीरे-धीरे शहरों में सफाई का कार्य हाथ की बजाए मशीनों से हो इस ओर बढ़ना होगा.
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