नई दिल्ली/चंडीगढ़: बीते रविवार को पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि वर्तमान में सरकार 5-सी की चपेट में है और गलत आर्थिक-सामाजिक नीतियों के कारण इससे निकल नहीं पा रही है. उन्होंने 5-सी का मतलब समझाते हुए कहा था कि 5-सी मतलब चीन, कोरोना, करप्शन, क्राइम और कास्टिज्म. सरकार संवेदनशील नहीं है, कोरोना के कारण हर वर्ग सरकार की गलत नीतियों के कारण त्रस्त है.
'छठी सी कांग्रेस को भूल गए हुड्डा'
वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा के इस बयान पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वे छठी सी कांग्रेस को भूल गए. हरियाणा में विपक्ष के नेता बेरोजगारी संबंधी खुद आंकड़े बनाते हैं और खुद ही प्रचारित करते हैं जोकि सच्चाई से काफी दूर है. विपक्ष बिना सिर पैर के आंकड़े लाकर हरियाणा सरकार में बेरोजगारी का मुद्दा उठा रहा है. इन आंकड़ों की विश्वसनीयता क्या है ?
'आंकड़े देने वाली एजेंसी का मालिक कांग्रेस नेता'
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 2017 में हरियाणा में बेरोजगारी दर दो फीसदी बताया गया ौर फिर सीधा 48 फीसदी बताया और अब 33 फीसदी बता रहे हैं. आज तक ऐसा कोई सिस्टम नहीं है जो ये बता सके कि आखिरकार बेरोजगारी कितनी है. आंकड़े बनाने वाले भी यही हैं और उनको प्रचारित और फैलाने वाले भी यही हैं. सीएमआईई के जिन आंकड़ों की बात की जा रही है इस एजेंसी का एक मालिक कांग्रेसी नेता भी है.
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