चंडीगढ़: हरियाणा सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत किए गए ठोस प्रयासों के फलस्वरूप केन्द्र सरकार द्वारा गुरुवार को घोषित किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के परिणामों में 100 से कम शहरी स्थानीय निकाय वाले राज्यों की श्रेणी में हरियाणा ने सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. जबकि स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 में हरियाणा 9वें स्थान पर था. इसके अतिरिक्त, कचरामुक्त शहरों की श्रेणी में करनाल को तीन स्टार तथा रोहतक को एक स्टार प्राप्त हुआ है.
सीएम ने प्रदेशवासियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन का मुख्य उद्देश्य सभी क्षेत्रों में ओडीएफ स्थिति को बनाए रखना और स्वच्छता के स्तर में सुधार करना है ताकि सभी स्वस्थ रह सकें. उन्होंने कहा कि हरियाणा के सभी शहरी स्थानीय निकायों को एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (डोर टू डोर कलेक्शन, परिवहन, प्रसंस्करण और निपटान) के लिए विभिन्न कलस्टरों में विभाजित किया गया है ताकि इस अभियान को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जा सके.
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#SwachhSurvekshan2020 में 100 से कम शहरी स्थानीय निकाय वाले राज्यों में हरियाणा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों, अधिकारी व सफाईकर्मियों को बधाई।
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आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की प्रेरणा से हम लोग इस दिशा में निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
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— Manohar Lal (@mlkhattar) August 20, 2020
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की प्रेरणा से हम लोग इस दिशा में निरंतर प्रयासरत रहेंगे।#SwachhSurvekshan2020 में 100 से कम शहरी स्थानीय निकाय वाले राज्यों में हरियाणा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों, अधिकारी व सफाईकर्मियों को बधाई।
— Manohar Lal (@mlkhattar) August 20, 2020
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की प्रेरणा से हम लोग इस दिशा में निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक साल में अतुलनीय सुधार कर 850वीं रेंकिंग से 11वीं रेंकिंग पर आने के लिए चरखी दादरी को नॉर्थ जोन में सबसे तेजी से सुधार करने वाले शहरों में प्रथम रैंक मिला है. इसके अतिरिक्त, हरियाणा के 15 शहर ओडीएफ प्लस और 13 शहर ओडीएफ प्लस प्लस घोषित किए गए हैं.
एक लाख से अधिक आबादी वाली श्रेणी में चुने गए ये शहर
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के तहत एक लाख से अधिक आबादी और एक लाख से कम आबादी की शहरी स्थानीय निकायों की दो श्रेणियों में स्वच्छता के आधार पर पुरस्कार प्रदान किए गए. स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत हरियाणा में एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में करनाल को 17वां, रोहतक को 35वां, पंचकूला को 56वां, गुरुग्राम को 62वां, सोनीपत को 103वां, हिसार को 105वां, रेवाड़ी को 118वां और अम्बाला को 120वां स्थान प्राप्त हुआ है जबकि गत वर्ष की रेंकिंग में ये शहर क्रमश: 24, 69, 71, 83, 161, 173, 264 और 146वें स्थान पर थे.
एक लाख से कम आबादी वाली श्रेणी में चुने गए ये शहर
इसी प्रकार, स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के तहत एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में चरखी दादरी ने 11वां, गोहाना ने 19वां, खरखौदा ने 22वां, नरवाना ने 23वां, टोहाना ने 26वां, फतेहाबाद ने 27वां, लाडवा ने 30वां, घरौंडा ने 31वां, शाहबाद ने 38वां, हांसी ने 42वां, चीका ने 46वां, मंडी-डबवाली ने 65वां, नारनौल ने 83वां और होडल ने 98वां स्थान प्राप्त किया है.
स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में चरखी दादरी ने 850वां, गोहाना ने 216वां, खरखौदा ने 121वां, नरवाना ने 674वां, टोहाना ने 329वां, फतेहाबाद ने 177वां, लाडवा ने 528वां, घरौंडा ने 81वां, शाहबाद ने 112वां, हांसी ने 504वां, चीका ने 337वां, मंडी डबवाली ने 737वां, नारनौल ने 583वां और होडल ने 626वां स्थान प्राप्त किया था.
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विज ने भी दी बधाई
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने भी केन्द्र सरकार द्वारा आज घोषित किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणामों से खुश होकर सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी तथा राज्य में कार्यरत सभी सफाई कर्मचारियों का भी विशेष तौर पर धन्यवाद किया.
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 परिणाम में फिर इंदौर अव्वल
गौरतलब है कि गुरुवार को भारत सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के परिणामों की घोषणा कर दी है और एक बार फिर से इंदौर ने बाजी मारी है. इंदौर इस साल भी टॉप पर है, वहीं गुजरात का सूरत शहर दूसरे स्थान पर काबिज है. इंदौर पिछले तीन साल से टॉप पर था और यह उसका लागातार चौथा साल है. तीसरा स्थान नवी मुंबई का है. वहीं गंगा किनारे बसे शहरों में उत्तर प्रदेश का वाराणसी अव्वल है. वहीं बिहार की राजधानी पटना सबसे निचले पायदान पर है.
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