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दमकल गाड़ियां बुझाएंगी पराली की आग, किसानों से लिया जाएगा खर्च

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Published : Nov 4, 2019, 11:31 PM IST

हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा प्रदूषण रोकथाम करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जहां भी पराली जलाई जा रही है वहां दमकल गाड़ियां जल्द से जल्द पहुंच कर आग पर नियंत्रण करें तथा इसका व्यय किसानों से ही लिया जाये.

Chief Secretary Keshani Anand Arora meeting on pollution in Chandigarh

चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने सोमवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के सभी उपायुक्तों एवं अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए अपना भरपूर योगदान देने का आहवान किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए सघन अभियान चलाया जाये.

दमकल गाड़ियां बुझाएंगी पराली की आग

जगह-जगह मोबाइल पार्टियों की मदद से पराली जलाने वाले क्षेत्रों में जल्द से जल्द पहुंचा जाये और सख्त कर्रवाई की जाए. उन्होंने सभी जिलों के उपायुक्तों को शाम तक पराली जलाने वाले किसानों पर एफआईआर दर्ज किए जाने का आंकडों सहित रिपोर्ट उपलब्ध करने के भी आदेश दिए. उन्होंने कहा कि जहां भी पराली जलाई जा रही है वहां दमकल गाडियां जल्द से जल्द पहुंच कर आग पर नियंत्रण करें तथा इसका व्यय किसानों से ही लिया जाये.

दमकल गाड़ियां बुझाएंगी पराली, किसानों से लिया जाएगा खर्च

पंचायत करेंगी पराली जलाने वाले किसानों की निंदा

इसके अलावा, गांवों में अगले दो तीन दिन ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाये जिसमें सरपंच द्वारा पराली जलाने वाले किसानों के नामों की सूचना दी जाये तथा इसकी पंचायत में ही कड़े शब्दों में निंदा भी की जाये.

पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान नहीं देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई होगी

उन्होंने कहा कि पराली प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए ग्राम सचिव, पटवारी तथा नंबरदारों को भी सम्मलित किया जाये. उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने निर्देश दिये हैं कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान नहीं दे रहा उस पर कार्रवाई की जाये. उन्होंने कहा कि सभी कस्टमर हायरिंग केंद्रों का निरीक्षण किया जाये और आंकड़ा एकत्रित किया जाये कि कितने किसानों द्वारा इसका लाभ उठाया गया है.

उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित किया जाये कि सभी कंबाइन स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़े हों. उन्होंने कहा कि निर्माण, ब्रिक्स प्लांट्स, टूटी सडक़ों, पराली, कूड़ा, वाहन के जाम, अवैध पार्किंग व अन्य किसी तरह से प्रदूषण न हो इसके लिए आदेशों की कड़ाई से पालना की जाये.

पेड़ों पर छिड़काव किया जाए

उन्होंने कहा कि पेड़ों पर जल फव्वारों के साथ छिड़काव किया जाये जिससे प्रदूषण स्तर में कमी आ सके. यदि किसी जिले में जल फव्वारों की कमी है वे इसके लिए मुख्यालय में पत्र लिख कर आवेदन कर सकते हैं.

जनता को जागरूक किया जाएगा

उन्होंने कहा कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए लोगों को भी जागरूक किया जाए. अधिकारी ग्राम सभाओं के माध्यम से लोगों को जागरूक करें. इस कार्य में कॉलेज और विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की मदद ले कर आमजन को जागरूक करने का अभियान चलायें.

नगर पालिकाओं के कर्मचारी कहीं भी कूड़े को आग न लगाएं

मुख्य सचिव ने कहा कि सभी डीसी यह सुनिश्चित करें कि शहरों में नगर परिषद और नगर पालिकाओं के कर्मचारी कहीं भी कूड़े को आग न लगाएं. अगर कोई कर्मचारी आग लगाते हुए मिले तो तुरंत सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए.

इस अवसर पर पर्यावरण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खंडेलवाल, कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें- बीजेपी विधायक ज्ञानचंद गुप्ता बने विधानसभा स्पीकर, हुड्डा बने नेता प्रतिपक्ष

चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने सोमवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के सभी उपायुक्तों एवं अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए अपना भरपूर योगदान देने का आहवान किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए सघन अभियान चलाया जाये.

दमकल गाड़ियां बुझाएंगी पराली की आग

जगह-जगह मोबाइल पार्टियों की मदद से पराली जलाने वाले क्षेत्रों में जल्द से जल्द पहुंचा जाये और सख्त कर्रवाई की जाए. उन्होंने सभी जिलों के उपायुक्तों को शाम तक पराली जलाने वाले किसानों पर एफआईआर दर्ज किए जाने का आंकडों सहित रिपोर्ट उपलब्ध करने के भी आदेश दिए. उन्होंने कहा कि जहां भी पराली जलाई जा रही है वहां दमकल गाडियां जल्द से जल्द पहुंच कर आग पर नियंत्रण करें तथा इसका व्यय किसानों से ही लिया जाये.

दमकल गाड़ियां बुझाएंगी पराली, किसानों से लिया जाएगा खर्च

पंचायत करेंगी पराली जलाने वाले किसानों की निंदा

इसके अलावा, गांवों में अगले दो तीन दिन ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाये जिसमें सरपंच द्वारा पराली जलाने वाले किसानों के नामों की सूचना दी जाये तथा इसकी पंचायत में ही कड़े शब्दों में निंदा भी की जाये.

पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान नहीं देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई होगी

उन्होंने कहा कि पराली प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए ग्राम सचिव, पटवारी तथा नंबरदारों को भी सम्मलित किया जाये. उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने निर्देश दिये हैं कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान नहीं दे रहा उस पर कार्रवाई की जाये. उन्होंने कहा कि सभी कस्टमर हायरिंग केंद्रों का निरीक्षण किया जाये और आंकड़ा एकत्रित किया जाये कि कितने किसानों द्वारा इसका लाभ उठाया गया है.

उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित किया जाये कि सभी कंबाइन स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़े हों. उन्होंने कहा कि निर्माण, ब्रिक्स प्लांट्स, टूटी सडक़ों, पराली, कूड़ा, वाहन के जाम, अवैध पार्किंग व अन्य किसी तरह से प्रदूषण न हो इसके लिए आदेशों की कड़ाई से पालना की जाये.

पेड़ों पर छिड़काव किया जाए

उन्होंने कहा कि पेड़ों पर जल फव्वारों के साथ छिड़काव किया जाये जिससे प्रदूषण स्तर में कमी आ सके. यदि किसी जिले में जल फव्वारों की कमी है वे इसके लिए मुख्यालय में पत्र लिख कर आवेदन कर सकते हैं.

जनता को जागरूक किया जाएगा

उन्होंने कहा कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए लोगों को भी जागरूक किया जाए. अधिकारी ग्राम सभाओं के माध्यम से लोगों को जागरूक करें. इस कार्य में कॉलेज और विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की मदद ले कर आमजन को जागरूक करने का अभियान चलायें.

नगर पालिकाओं के कर्मचारी कहीं भी कूड़े को आग न लगाएं

मुख्य सचिव ने कहा कि सभी डीसी यह सुनिश्चित करें कि शहरों में नगर परिषद और नगर पालिकाओं के कर्मचारी कहीं भी कूड़े को आग न लगाएं. अगर कोई कर्मचारी आग लगाते हुए मिले तो तुरंत सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए.

इस अवसर पर पर्यावरण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खंडेलवाल, कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें- बीजेपी विधायक ज्ञानचंद गुप्ता बने विधानसभा स्पीकर, हुड्डा बने नेता प्रतिपक्ष

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हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने प्रदेश के सभी उपायुक्तों एवं अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण में अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करते हुए अपना भरपूर योगदान देने का आहवान किया । मुख्य सचिव सभी जिलों के उपायुक्तों एवं अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक को सम्बाधित कर रही थीं । उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए सघन अभियान चलाया जाये । जगह-जगह मोबाइल पार्टियों की मदद से पराली जलाने वाले क्षेत्रों में जल्द से जल्द पहुंचा जाये और सख्त कार्यवाही की जाये । Body:वीओ -
हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने सोमवार को चण्डीगढ में प्रदेश के सभी उपायुक्तों एवं अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण में अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करते हुए अपना भरपूर योगदान देने का आहवान किया । उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए सघन अभियान चलाया जाये । जगह-जगह मोबाइल पार्टियों की मदद से पराली जलाने वाले क्षेत्रों में जल्द से जल्द पहुंचा जाये और सख्त कार्यवाही की जाये । उन्होने सभी जिलों के उपायुक्तों को शाम तक पराली जलाने वाले किसानों पर एफआईआर दर्ज किये जाने का आंकडों सहित रिपोर्ट उपलब्ध करने के भी आदेश दिये । उन्होने कहा कि जहां भी पराली जलाई जा रही है वहां दमकल गाडियां जल्द से जल्द पहुंच कर आग पर नियंत्रण करें तथा इसका व्यय किसानों से ही लिया जाये। इसके अलावा, गांवों में अगले दो तीन दिन गा्रम सभाओं का आयोजन किया जाये जिसमें सरपंच द्वारा पराली जलाने वाले किसानों के नामों की सूचना दी जाये तथ इसकी पंचायत में ही कड़े शब्दों में निंदा भी की जाये । उन्होने कहा कि पराली प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए गा्रम सचिव,पटवारी तथा नंबरदारों को भी सम्मलित किया जाये । उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने निर्देश दिये है कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान नही दे रहा उस पर कार्यवाही की जाये । उन्होंने कहा कि सभी कस्टमर हायरिंग केंद्रों का निरीक्षण किया जाये और आंकड़ा एकत्रित किया जाये कि कितने किसानों द्वारा इसका लाभ उठाया गया है । उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि सभी कंबाइनर स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़े हों। उन्होने कहा कि निर्माण, ब्रिक्स प्लांट्ïस, टूटी सडक़ों, पराली, कूड़ा, वाहन के जाम, अवैध पार्किंग व अन्य किसी तरह से प्रदूषण न हो इसके लिए आदेशों की कड़ाई से पालना की जाये। उन्होने कहा कि पेड़ों पर जल फव्वारों के साथ छिडक़ाव किया जाये जिससे प्रदूषण स्तर में कमी आ सके। यदि किसी जिले में जल फव्वारों की कमी है वे इसके लिए मुख्यालय में पत्र लिख कर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए लोगों को भी जागरूक किया जाए। अधिकारी ग्राम सभाओं के माध्यम सेे लोगों को जागरूक करें। इस कार्य में कालेज व विश्वविद्यालय में पढऩे वाले विद्यार्थियों की मदद ले कर आमजन को जागरूक करने का अभियान चलायेंं। मुख्य सचिव ने कहा कि सभी डीसी यह सुनिश्चित करें कि शहरों में नगर परिषद व नगर पालिकाओं के कर्मचारी कहीं भी कूड़े को आग न लगाएं। अगर कोई कर्मचारी आग लगाते हुए मिले तो तुरंत सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।
Conclusion:इस अवसर पर पर्यावरण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खंडेलवाल, कृषि विभाग के अतिरिम्त मुख्य सचिव संजीव कौशल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे ।
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