चंडीगढ़: हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने बाजरे की उपज (Millet) को भी भावांतर भरपाई योजना में शामिल कर लिया है. इस बात का ऐलान मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal) ने आज चंडीगढ़ में किया. इसके साथ ही ये योजना लागू करने वाला हरियाणा (Haryana) देश का पहला राज्य बन गया है. प्रदेश सरकार ने बाजरे के औसत बाजार भाव और एमएसपी (MSP) के अंतर को देखते हुए 600 रुपये प्रति क्विंटल बाजरे का भावांतर तय किया है.
इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने ये भी घोषणा की है कि बाजरे पर मिलने वाले इस भावांतर का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगी, जिन्होंने अपनी फसल को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा‘ पोर्टल पर पंजीकृत करवाया होगा. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमने हरियाणा प्रदेश के किसानों का ही बाजरा खरीदने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं.
सीएम का कहना है कि उपज भाव को मेनटेन करने के लिए बाजार भाव पर 25 प्रतिशत उपज सरकारी एजेंसी खरीदेगी. बता दें कि हरियाणा में खरीफ फसलों में बाजरे के अलावा मूंग, मक्का और धान की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू करने जा रहे हैं. मूंगफली की खरीद 1 नवम्बर से शुरू होगी.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal) ने कहा कि इस बार खास तौर पर इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि इस योजना का लाभ सिर्फ हरियाणा के किसानों को ही मिले. क्योंकि इससे पहले कई पड़ोसी राज्यों के किसान अपनी फसल को हरियाणा में बेचकर फायदा ले रहे थे. इसलिए इस बार ये लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिन्होंने अपनी फसल को मेरी फसल, मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्टर करवाया है.
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