चंडीगढ़: हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा वासियों को कोरोना जैसी विपदा से बचाना मेरा कर्म भी है और धर्म भी है. उन्होंने ये भी साफ कर दिया है कि अगर दिल्ली सीमा पर सख्ती नहीं की गई, तो हरियाणा का हाल दिल्ली जैसा हो सकता है.
विज ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन्स में जो कहा गया, उसका सौ फीसदी पालन किया जाएगा. इसके अलावा दिल्ली हाई कोर्ट की ओर से जिन-जिन श्रेणियों को छूट दी गई है, उनको ई-पास दिए गए हैं, उनके अलावा किसी (आम नागरिक) को एंट्री की परमिशन नहीं है. विज ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि दिल्ली सीमा पर सख्ती जारी रहेगी, केवल उन लोगों को ही छूट मिलेगी. जिन्हें दिल्ली हाई कोर्ट की ओर से ई-पास के निर्देश दिए गए हैं. उसमें कोरोना योद्धाओं सफाई कर्मियों, डॉक्टरों, पुलिस कर्मियों, पैरामेडिकल स्टाफ को परमिशन दी गई है.
MHA की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन
विज ने इस बात पर चिंता जाहिर की है कि दिल्ली से संक्रमण के कारण गुरुग्राम में लगभग 400 मरीज, फरीदाबाद में 300 व इतने ही केस सोनीपत में भी सामने आ रहे हैं. बाकी पूरे राज्य में मरीजों की संख्या जिलेवार 50 के आस पास है. उन्होंने कहा कि हम कुछ नया नहीं बल्कि एमएचए (केन्द्रीय गृह मंत्रालय) की गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन कर रहे हैं.
अनिल विज ने एक बार फिर से दोहराया कि उनकी निजी राय में पांचवे लॉकडाउन की जरूरत है, क्योंकि संक्रमण बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि बाकी केंद्र की ओर से किसी एक की राय नहीं बल्कि सामूहिक फैसले लिए जाते हैं. सभी राज्यों के साथ में विचार किया जाता है, सभी राज्यों का फीडबैक आता है. विज ने दोहराया कि केंद्र की ओर से जो भी आदेश मिलेगा. हम उसको पालन करने का काम करते हैं. अब से पहले भी लॉकडाउन 4 तक जो भी आदेश आएं हैं, हरियाणा ने उसका पूरा पालन किया है.
प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने पांचवा लॉकडाउन जारी रखने के पक्ष में अपना मत रखा तो वहीं उन्होंने प्रदेश की जनता कोरोना महामारी से बचाने को अपना धर्म व कर्म बताया. गौरतलब है कि हरियाणा में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की सख्या 1721 हो गई है. 940 ठीक हो गए हैं. एक्टिव केस 762 हैं. जिनका इलाज किया जा रहा है.
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