ETV Bharat / city

निर्भया फंड के तहत चंडीगढ़ में खुली देश की पहली एडवांस डीएनए लेबोरेटरी

चंडीगढ़ के सेक्टर-36 में सेंट्रल फॉरेंसिक लेबोरेटरी में देश की ऐसी पहली एडवांस डीएनए लेबोरेटरी का निर्माण किया गया है जिसका निर्माण निर्भया फंड के तहत किया गया है.

advance dna laboratory chandigarh
advance dna laboratory chandigarh
author img

By

Published : Dec 23, 2019, 11:29 PM IST

चंडीगढ़: इस तरह की लेबोरेटरीज का निर्माण देश के कई अन्य शहरों भी किया जाना है लेकिन सबसे पहली लेबोरेटरी चंडीगढ़ में बनाई गई है. इस लेबोरेटरी का उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने किया. इस मौके पर चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर भी मौजूद रही.

किरण खेर ने बताया कि वे इस अत्याधुनिक एडवांस लेबोरेटरी के लिए चंडीगढ़ का चयन करने पर केंद्र सरकार का धन्यवाद करती हैं. उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों की जांच में तेजी आएगी. यह एक अत्याधुनिक लेबोरेटरी है जिसमें कई तरह के अपराधों की जांच गहनता से हो पाएगी.

निर्भया फंड के तहत चंडीगढ़ में खुली देश की पहली एडवांस डीएनए लेबोरेटरी.

साथ ही जिन अपराधों की जांच के लिए पहले 5 से 6 महीने का वक्त लग जाता था इस लेबोरेटरी में अब उनकी जांच एक से ढेड़ महीने में हो पाएगी. उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करती हैं कि इस लेबोरेटरी की जरूरत ही ना पड़े क्योंकि वह चाहती हैं देश में महिलाओं के प्रति अपराध खत्म हो जाए. बता दें कि लेबोरेटरी के निर्माण के लिए निर्भया फंड के तहत 99 करोड़ 76 लाख रुपए जारी किए गए थे.

ये भी पढ़ें- नागरिकता संशोधन एक्ट पर साधु समाज की प्रतिक्रिया, कहा- राष्ट्र की सद्भावना के शत्रु न बनें

क्या है निर्भया फंड?

देश की सामूहिक चेतना को हिला कर रख देने वाले निर्भया कांड के बाद महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक कोष की जरूरत महसूस की गई. जिस पर संज्ञान लेते हुए तत्कालीन यूपीए सरकार ने 2013 के बजट में निर्भया फंड की घोषणा की. तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शुरुआती तौर पर 1000 करोड़ का आवंटन भी किया. 2014-15 और 2016-17 में एक-एक हजार करोड़ और आवंटित किए गए थे.

चंडीगढ़: इस तरह की लेबोरेटरीज का निर्माण देश के कई अन्य शहरों भी किया जाना है लेकिन सबसे पहली लेबोरेटरी चंडीगढ़ में बनाई गई है. इस लेबोरेटरी का उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने किया. इस मौके पर चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर भी मौजूद रही.

किरण खेर ने बताया कि वे इस अत्याधुनिक एडवांस लेबोरेटरी के लिए चंडीगढ़ का चयन करने पर केंद्र सरकार का धन्यवाद करती हैं. उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों की जांच में तेजी आएगी. यह एक अत्याधुनिक लेबोरेटरी है जिसमें कई तरह के अपराधों की जांच गहनता से हो पाएगी.

निर्भया फंड के तहत चंडीगढ़ में खुली देश की पहली एडवांस डीएनए लेबोरेटरी.

साथ ही जिन अपराधों की जांच के लिए पहले 5 से 6 महीने का वक्त लग जाता था इस लेबोरेटरी में अब उनकी जांच एक से ढेड़ महीने में हो पाएगी. उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करती हैं कि इस लेबोरेटरी की जरूरत ही ना पड़े क्योंकि वह चाहती हैं देश में महिलाओं के प्रति अपराध खत्म हो जाए. बता दें कि लेबोरेटरी के निर्माण के लिए निर्भया फंड के तहत 99 करोड़ 76 लाख रुपए जारी किए गए थे.

ये भी पढ़ें- नागरिकता संशोधन एक्ट पर साधु समाज की प्रतिक्रिया, कहा- राष्ट्र की सद्भावना के शत्रु न बनें

क्या है निर्भया फंड?

देश की सामूहिक चेतना को हिला कर रख देने वाले निर्भया कांड के बाद महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक कोष की जरूरत महसूस की गई. जिस पर संज्ञान लेते हुए तत्कालीन यूपीए सरकार ने 2013 के बजट में निर्भया फंड की घोषणा की. तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शुरुआती तौर पर 1000 करोड़ का आवंटन भी किया. 2014-15 और 2016-17 में एक-एक हजार करोड़ और आवंटित किए गए थे.

Intro:चंडीगढ़ के सेक्टर 36 में सेंट्रल फॉरेंसिक लैबोरेट्री में देश की ऐसी पहली एडवांस डीएनए लेबोरेटरी का निर्माण किया गया है जिसका निर्माण निर्भया फंड के तहत किया गया है। इस तरह की लेबोरेटरीज का निर्माण देश के कई अन्य शहरों भी किया जाना है लेकिन सबसे पहली लेबोरेटरी चंडीगढ़ में बनाई गई है। Body:इस लेबोरेटरी का उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने किया। इस मौके पर चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर भी मौजूद रही। इस मौके पर किरण खेर ने बताया कि वे इस अत्याधुनिक एडवांस जाने लैबोरेट्री के लिए चंडीगढ़ का चयन करने पर केंद्र सरकार का धन्यवाद करती हैं। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों की जांच में तेजी आएगी। यह एक अत्याधुनिक लैबोरेट्री है जिसमें कई तरह के अपराधों की जांच गहनता से हो पाएगी । साथ ही जिन अपराधों की जांच के लिए पहले 5 से 6 महीने का वक्त लग जाता था इस लैबोरेट्री में अब उनकी जांच एक से ढेड़ महीने में हो पाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करती हैं की इस लैबोरेट्री की जरूरत ही ना पड़े। क्योंकि वह चाहती हैं देश में महिलाओं के प्रति अपराध खत्म हो जाए।आपको बता दें कि लॉटरी के निर्माण के लिए निर्भया फंड के तहत 99 करोड़ 76 लाख रुपए जारी किए गए थे।

बाइट- किरण खेर, सांसद, चंडीगढ़Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.