भिवानी: भिवानी में आधे घंटे हुई बारिश किसानों के लिए राहत लेकर आई, लेकिन शहर के लिए परेशानी का सबब बन गई. थोड़ी देर हुई बारिश ना केवल गली, सड़क, दुकान या अस्पताल बल्कि स्कूल और पुलिस चौकी तक पानी से लबालब हो गए. ऐसे में परेशान लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर गुस्सा निकाला और सारे दावों को खोखला बताया.
ये भी पढ़ें- मॉनसून सत्रः 90 में से 81-82 विधायक ही रह गए हैं विधानसभा के सदस्य
आफत बनकर बरसी बारिश
भिवानी में सुबह हुई बारिश शहर में आफत बनकर बरसी. आधे घंटे के करीब हुई बारिश में पूरा भिवानी शहर पानी-पानी हो गया. सड़कों की हालत तो समुद्र की याद दिला रही थी. सड़कों पर जमा पानी और वाहनों की आवाजाही से पानी की लहरें राहगीरों को बेहद परेशान कर रही थी. खासकर स्कूली बच्चों के लिए तो ये बारिश मानों सबसे बड़ी परेशानी बन गई. स्कूली बच्चे खुद तो भीगे ही साथ ही उनके स्कूल बैग और किताबें भी भीग गई.
लापरवाही में कोई कसर नहीं
यही नहीं सड़कों के किनारे बने कई मैनहॉल तो खुले पड़े हैं. साथ ही सड़कों के साथ लगे बिजली के उपकरण भी खुले पड़े हैं. ये किसी भी बड़े हादसे को निमंत्रण दे रहे हैं. इस बारिश में जहां प्रशासन का कोई अधिकारी या कर्मचारी नजर नहीं आया वहीं राष्ट्रपति अवार्डी अशोक भारद्वाज सड़कों पर पड़े डिवाईडर के पत्थर और मेन होल ढकते नजर आए, जिसकी स्थानीय लोगों ने सरहाना की.
स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश से पहले प्रशासन के बड़े-बड़े अधिकारी शहर का दौरा कर रहे थे. वो दावा कर रहे थे कि इस बार बारिश की एक बूंद भी किसी के लिए परेशानी का सबब नहीं बनेगी, लेकिन चंद देर की बारिश ने सरकार और प्रशासन के सभी दावों की हवा निकाल दी है. शहर में पहले की तरह ही बारिश में जलभराव हो रहा है. क्योंकि नालों की सफाई केवल कागजों में हुई है, हकिकत में नहीं. आधे घंटे की बारिश में जलमगन हुए शहर में हर तरफ तालाब जैसे हालात बन गए हैं. अब देखना होगा कि इस जलभराव से प्रशासन कोई सबक लेता है या अगली बारिश में भी लोगों को परेशान होने के लिए अपने हालात पर छोड़ता है.