ETV Bharat / city

भिवानी की नहरों में अतिरिक्त पानी की मांग को लेकर सामाजिक संगठन ने सौंपा ज्ञापन

भिवानी में युवा कल्याण संगठन के सदस्यों ने जिले की नहरों में अतिरिक्त पानी की मांग को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. संगठनों के लोगों ने कहा कि जिलें की नहरों में कम पानी छोड़े जाने के चलते किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

Social organization submitted memorandum demanding additional water in Bhiwani canals
भिवानी की नहरों में अतिरिक्त पानी की मांग को लेकर सामाजिक संगठन ने सौंपा ज्ञापन
author img

By

Published : Jul 1, 2020, 7:12 PM IST

भिवानी: जिले की नहरों में अतिरिक्त पानी की मांग को लेकर युवा कल्याण संगठन के सदस्यों ने कमल सिंह प्रधान की अगुवाई में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. संगठन के सदस्यों ने तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन के माध्यम से जिले की नहरों में एक सप्ताह अतिरिक्त पानी दिए जाने की मांग की. ताकि किसान अपने खेतों की सिंचाई कर सके और जिन गांवों के जलघर खाली है उन गांवों के जलघरों में पानी डाला जा सके.

तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन में कमल सिंह प्रधान ने बताया कि इस बार सिंचाई विभाग ने जिला की नहरों के लिए 2300 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की मांग की थी. लेकिन विभाग ने सुंदर ग्रुप में 2300 की बजाए मात्र साढे 1300 क्यूसेक ही पानी छोड़ा गया. जिसकी वजह से भिवानी जिले के खेतों को सिंचने वाली सुंदर ब्रांच डिस्ट्रीब्यूटरी, जुई फीडर और मिताथल फीडर में मांग के अनुरूप पानी नहीं पहुंचा.

ये भी पढ़िए: पंजाब के बाद खालिस्तान ग्रुप की हरियाणा को चेतावनी, गृह मंत्री अनिल विज ने पुलिस को किया अलर्ट

कम पानी पहुंचने की वजह से इन नहरों से निकलने वाले माइनरों के टेल भी निल रहे. जिसके चलते इन माइनरों और नहरों के अंतिम छोर पर पडऩे वाले गांवों के खेत बिना सिंचाई के रह गए है. साथ ही जोहड़ और जलघरों के टैंकों में पानी नहीं पहुंचा है. जिसकी वजह से शहरी क्षेत्र के लोगों के घरों में पर्याप्त पानी की सप्लाई नहीं पहुंच रही है. इनके अलावा तालाबों में पानी न होने के कारण पशु भी बिना पानी के प्यासे दांए-बांए भटक रहे हैं.

भिवानी: जिले की नहरों में अतिरिक्त पानी की मांग को लेकर युवा कल्याण संगठन के सदस्यों ने कमल सिंह प्रधान की अगुवाई में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. संगठन के सदस्यों ने तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन के माध्यम से जिले की नहरों में एक सप्ताह अतिरिक्त पानी दिए जाने की मांग की. ताकि किसान अपने खेतों की सिंचाई कर सके और जिन गांवों के जलघर खाली है उन गांवों के जलघरों में पानी डाला जा सके.

तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन में कमल सिंह प्रधान ने बताया कि इस बार सिंचाई विभाग ने जिला की नहरों के लिए 2300 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की मांग की थी. लेकिन विभाग ने सुंदर ग्रुप में 2300 की बजाए मात्र साढे 1300 क्यूसेक ही पानी छोड़ा गया. जिसकी वजह से भिवानी जिले के खेतों को सिंचने वाली सुंदर ब्रांच डिस्ट्रीब्यूटरी, जुई फीडर और मिताथल फीडर में मांग के अनुरूप पानी नहीं पहुंचा.

ये भी पढ़िए: पंजाब के बाद खालिस्तान ग्रुप की हरियाणा को चेतावनी, गृह मंत्री अनिल विज ने पुलिस को किया अलर्ट

कम पानी पहुंचने की वजह से इन नहरों से निकलने वाले माइनरों के टेल भी निल रहे. जिसके चलते इन माइनरों और नहरों के अंतिम छोर पर पडऩे वाले गांवों के खेत बिना सिंचाई के रह गए है. साथ ही जोहड़ और जलघरों के टैंकों में पानी नहीं पहुंचा है. जिसकी वजह से शहरी क्षेत्र के लोगों के घरों में पर्याप्त पानी की सप्लाई नहीं पहुंच रही है. इनके अलावा तालाबों में पानी न होने के कारण पशु भी बिना पानी के प्यासे दांए-बांए भटक रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.