भिवानी: प्रदेश सरकार द्वारा किलोमीटर स्कीम के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों ने आज भिवानी में दो घंटे चक्का जाम रखा. जिससे बस यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. जिसके चलते यात्री भी प्राईवेट साधनों का मुंह ताकते नजर आएं. रोडवेज कर्मचारियों का यह विरोध उन निजी बसों को लेकर था जिस पर 900 करोड़ रुपये घोटाला उजागर होने की बात सामने आ चुकी है.
रोडवेज कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन
हरियाणाा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र दिनोद ने भिवानी में प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए कहा कि सरकार जान-बूझकर रोडवेज में घाटा दिखा रही है. जबकि हरियाणा रोडवेज को राष्ट्रीय स्तर पर हर बार पुरस्कार मिलता है तथा यह सार्वजनिक सेवा है जो जनता के पूर्णतया हित में है. सरकार सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को तहस-नहस करना चाहती है. उन्होंने आरोप लगाया कि किलोमीटर स्कीम के तहत निजी बसे चलाने के मामले में 900 करोड़ रुपये का घोटाला भी उजागर हो चुका है. लेकिन सरकार फिर भी विरोध के बावजूद इसे लागू करने पर अमादा है.
सरकार को चेतावनी
उन्होंने आह्वान किया कि किलोमीटर स्कीम के तहत ड्राईवर भले ही बस मालिक का हो, परन्तु उनका कंडेक्टर साथी इन बसों को चलाने में कोई सहयोग नहीं देगा. उन्होंने कहा कि आज हरियाणा प्रदेश में 10 हजार बसों की कमी है. सरकारी स्तर पर 10 हजार बसों को लाकर प्रदेश के 70 हजार बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जा सकता है. परन्तु सरकार निजीकरण पर अड़ी हुई है. इसका रोडवेज कर्मचारी डटकर विरोध करेंगे. इसके लिए 29 दिसंबर को प्रदेश के रोडवेज कर्मचारी इकट्ठा होकर किलोमीटर स्कीम के विरोध में रणनीति बनाएंगे.
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