भिवानीः ईटीवी भारत ने अपने सरोकार को निभाते हुए ऑपरेशन गोदाम के नाम से एक मुहिम चलाई. जिसमें हमारे रिपोर्टर जिले के हर उस गोदाम में पहंचे जहां हर साल लाखों टन अनाज खुले में मानो बर्बाद होने के लिए ही रखा जाता है.
- भिवानी में 1 लाख 2 हजार 500 मीट्रिक टन अनाज खुले में रखा गया है.
- हिसार में करीब 5,180 मीट्रिक टन अनाज खुले में रखा है.
- कुरुक्षेत्र में 1 लाख 50 हजार मीट्रिक टन अनाज खुले में रखा है.
जब मंत्री जी ने कहा 3 साल से एक दाना भी नहीं भीगा
ईटीवी भारत ने जब ये मुहिम शुरू की थी उसी वक्त खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री को बताया था कि गोदामों में जो अनाज खुले में रखा है उसके भीगने के आसार हैं लेकिन उस वक्त कर्णदेव कंबोज ने कहा था कि हमारे यहां पिछले तीन साल से अनाज का एक दाना भी नहीं भीगा है.
...और भीग गया अनाज
आखिरकार एक भी दाना नहीं भीगने का दावा करने वाले मंत्री कर्ण देव कंबोज तक हमारी मुहिम की आवाज पहुंची. उन्होंने देखा कि कैसे अधिकारी उनके दावे को ठेंगा दिखा रहे हैं. और लाखों टन अनाज भीग रहा है. मंत्री कर्णदेव कंबोज ने हमारी रिपोर्ट देखने के बाद ईटीवी भारत का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत ने सरकार को जागरुक किया है और जनसरोकार का काम किया है.
एक-एक दाना क्यों जरूरी है ?
ग्लोबल हंगर इंडेक्स की 2018 में आई रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में रोज 20 हजार बच्चे भूख से मर जाते हैं. भारत में 19 करोड़ से ज्यादा लोग रोजाना भूखे सोने को मजबूर हैं. और इसी देश में 2009 से 2018 के बीच 7 लाख 80 हजार क्विंटल अनाज गोदामों की कमी या अधिकारियों की लापरवाही से सड़ गया. ये इतना अनाज है जो पूरे साल रोजाना लगभग 43 हजार लोगों का पेट भर सकता है...इसीलिए अनाज बचाना जरूरी है.