भिवानी: कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने टिड्डी दल के हमले में तबाह हुई फसलों की एवज में किसानों को 40 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की है. किरण चौधरी ने प्रदेश सरकार पर टिड्डियों से फसलों के बचाव में कोताही बरतने का आरोप भी लगाया है.
'किसानों को दिया जाए मुआवजा'
किरण चौधरी ने कहा कि क्षेत्र के किसान पहले से ही लॉकडाउन के चलते भारी घाटा उठा चुके हैं और अब टिड्डियों ने उनकी कपास, ज्वार, बाजरा और सब्जियों की फसलों को बुरी तरह से नष्ट कर दिया है. उन्होंने सरकार से विशेष जांच करवा कर किसानों को 40 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की.
'सरकार के दावे फेल'
किरण ने कहा कि दो महीने पहले से ही टिड्डी दल के हरियाणा में आने के बारे सूचनाएं मिल रही थी और उस वक्त सरकार ने बड़े- बड़े दावे किए थे कि टिड्डियों से बचाव के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं. किरण ने कहा कि कृषि मंत्री जो कि खुद टिड्डी प्रभावित इलाके से ताल्लुक रखते हैं, उन्होंने कहा था कि टिड्डी दल को हरियाणा की सीमा में घुसने नहीं दिया जाएगा. किरण ने कहा कि जब टिड्डियों का हमला हुआ तो हरियाणा सरकार के सभी दावे और तैयारियां पूरी तरह से फेल हो गए.
'नकली स्प्रे की जांच हो'
किरण ने कहा कि टिड्डियों के हमले से खासतौर पर दक्षिण हरियाणा में भारी तबाही हुई है. सरकार किसानों की फसल बचाने में पूरी तरह से फेल हो गई है. किरण चौधरी ने कहा कि हरियाणा में टिड्डियों पर छिड़काव के लिए जो नकली स्प्रे इस्तेमाल किया गया है. उसके लिए दोषी लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाऐ और उन्हें गिरफ्तार किया जाए. यही नहीं मामले की उच्च स्तरीय जांच भी होनी चाहिए. ताकि पता चल सके कि किन प्रभावशाली नेताओं के आशीर्वाद से ये नकली दवाइयां हरियाणा में आईं.
क्या है मामला?
बता दें कि हाल ही में हरियाणा के सोनीपत, झज्जर, रेवाड़ी, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद और रोहतक इन जिलों में टिड्डी दल का हमला हुआ था. इस हमले में किसानों को भारी नुकसान हुआ था. वहीं सरकार ने इस दल को मारने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए, लेकिन टिड्डी दल को मारने के लिए जिस दवा का प्रयोग किया गया. जो जांच में नकली मिली.
प्रदेश में टिड्डी दल के हमले को भांपते हुए पानीपत और सोनीपत में क्लोरोपायरीफॉस 20 ईसी कीटनाशक की आपूर्ति हरियाणा भूमि सुधार एवं विकास निगम, पंचकूला की ओर से कीटनाशक कंपनी से की गई, लेकिन जब पलवल कृषि उपनिदेशक ने कीटनाशक के नमूने फरीदाबाद की प्रयोगशाला भेजे तो रिपोर्ट से पता चला कि क्लोरोपायरीफॉस 20 ईसी की बजाए सिर्फ 9.45 ईसी है.
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