भिवानी: केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने देश के सभी राज्यों से अपने-अपने प्रदेशों में स्कूल खोले जाने के बारे में जो सुझाव मांगें, उस पर अधिकत्तर राज्यों ने सितंबर या उसके बाद स्कूल खोलने की सलाह दी है. हरियाणा राज्य ने अपने सुझाव में 15 अगस्त के बाद स्कूल खोले जाने पर सहमति दी है, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय होना बाकी है. वहीं इस बारे में जब शिक्षाविदों से पूछा गया तो उनका मानना है कि हरियाणा सरकार ने जो सुझाव दिया है, वह सही है.
मंगलवार को भिवानी में शिक्षाविद राव बहादुर सिंह ने 90 प्रतिशत से ऊपर अंक प्राप्त करने वाले 10वीं व 12वीं के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कोविड-19 बीमारी के चलते लंबे समय से शिक्षण संस्थान बंद है, जो छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बंद किए गए थे और ऑनलाइन माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, लेकिन लंबे समय तक अकेले ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई संभव नहीं है.
बच्चे अपनी शिक्षा में न पिछड़े, इसीलिए यदि सरकार 15 अगस्त से प्रदेश के स्कूल खोलती है तो शिक्षण संस्थाएं सरकार के इस निर्णय का स्वागत करेंगी. उन्होंने कहा कि 8वीं से 12वीं तक की कक्षाएं लगाने की इजाजत सरकार 15 अगस्त से देती है तो बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी.
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गौरतलब है कि केंद्र व राज्य सरकारों ने क्रमबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोला है. अब लगभग सभी सार्वजनिक दफ्तर व संस्थान, दुकानें इत्यादि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को अपनाने के साथ खोल दी गई हैं, लेकिन शिक्षण संस्थान को लेकर राज्य व केंद्र सरकार किसी भी ठोस निर्णय तक नहीं पहुंच पाई हैं. राज्यों से सलाह लेने के बाद अब गेंद केंद्र के पाले में है कि स्कूलों को कब खोला जाए. यदि केंद्र ने हरियाणा राज्यों के सुझाव अनुसार निर्णय लिया तो 15 अगस्त के बाद हरियाणा प्रदेश में स्कूल खुल जाएंगे.