भिवानी: कृषि एवं पशु पालन मंत्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि किसानों को परंपरागत खेती की बजाय बागवानी, पशुपालन और मछली पालन के व्यवसाय को अपनाना चाहिए. जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके. उन्होंने कहा कि आने वाले सीजन से सब्जियों और बागवानी की फसलों का बीमा शुरू किया जाएगा. ताकि किसान जोखिम से मुक्त हो सकें. जेपी दलाल ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर किसानों का अहित नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि मानव जाति का पेट भरने वाले किसान को किसी का गुलाम नहीं बनने दिया जाएगा.
कृषि मंत्री ने भिवानी के धनाना गांव में प्रगतिशील किसान सुरेंद्र सिंह और कृष्ण कुमार के खेत में संरक्षित खेती का निरीक्षण किया. धनाना गांव में प्रगतिशील किसानों ने पॉली और नेट हाऊस के माध्मय से खीरा, बैंगन, गोभी और टमाटर की खेती की है. प्रगतिशील किसानों ने कृषि मंत्री को बताया कि इससे उनको कम लागत और कम भूमि से लाखों रुपये की आमदनी हो रही है इस दौरान बीज कंपनियों ने स्टॉल लगाकर किसानों को नवीनत्तम किस्म के बीजों की जानकारी दी.
कृषि मंत्री ने किसानों से आह्वान किया कि वे उत्तम किस्म के बीज का प्रयोग करें. जिससे अधिक उपज हो सके.कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि बागवानी को बढ़ावा देने के लिए प्रगतिशील किसानों में से मास्टर ट्रेनर किसानों की पहचान की जाएगी और उनके माध्यम से अन्य किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उत्तम खेती करने वाले प्रतिशील किसानों को प्रदेश और जिला स्तर पर सम्मानित भी किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: रेवाड़ी: रोक के बावजूद कृतिम घाट बनाकर की गई छठ पूजा
उन्होंने कहा कि बागवानी को बढ़ावा देने के लिए लोहारू हलके के गांव गिगनाऊ में 60 एकड़ में बागवानी का एक्सीलेंस सेंटर स्थापित किया जाएगा. जहां पर किसान खेती की नवीनत्तम तकनीक की जानकारी ले सकेंगे. उन्होंने युवा किसानों से बागवानी की खेती करने का आह्वान किया. कृषि मंत्री ने कहा कि किसान की भलाई के लिए मंडियों में फसल की बोगस खरीद को बंद किया गया है और ऑनलाईन पोर्टल सिस्टम के हिसाब किसान के खाते में सीधा भुगतान किया जा रहा है.