अंबाला: पहले भाजपा-जजपा नेताओं को ग्रामीण इलाकों में किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब शहरी इलाकों में भी भाजपा नेताओं का विरोध शुरू हो चुका है. मंगलवार को अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल को बांस बाजार में एक चौक के नवीनीकरण का उद्घाटन समारोह में जाना था, लेकिन किसानों के विरोध के चलते विधायक को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा.
किसानों का कहना है कि जब तक तीनों कृषि कानूनों को सरकार रद्द नहीं करती तब तक ऐसे ही भाजपा नेताओं का विरोध जारी रहेगा. बता दें कि, विधायक असीम गोयल को शहर के बांस बाजार में पुराने चौक के नवीनीकरण का उद्घाटन करना था जिसके लिए विधायक को 10 बजे कार्यक्रम में पहुंचना था, लेकिन किसानों ने 9 बजे ही चौक के पास डेरा जमा लिया.
किसानों के विरोध के चलते विधायक असीम गोयल को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. किसानों का कहना है हमने सभी विधायकों से अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के खिलाफ वोट करने की अपील, लेकिन विधायकों ने सरकार को चुना.
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चौक के नाम को लेकर भी उस समय विवाद पैदा हो गया है. जब लोगों को भनक लगी कि प्रशासन पम्मी चौक के नाम में भी कुछ बदलाव करने जा रहा है. इसको लेकर भी स्वर्गीय इंद्रपाल पम्मी के परिवार और स्थानीय लोगों में काफी रोष है.
पूर्व पार्षद स्वर्गीय इंदरपाल पम्मी के बेटे सन्नी ने बताया कि यह चौक 2010 में उनके पिता के नाम पर बनाया गया था जोकि समाजसेवी और नगर परिषद के चेयरमैन थे. वह दो बार इस क्षेत्र से पाषर्द भी रहे थे. उनकी मौत एक कार दुर्घटना में हो गई थी. अब प्रशासन द्वारा इस चौक का नवीनीकरण करने के बाद नाम में भी कुछ बदलाव किया जा रहा है जोकि बिल्कुल गलत है. हम प्रशासन से यही निवेदन करते हैं कि इस चौक का नाम पहले की भांति पम्मी चौक ही रखा जाए.
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