अंबाला: हरियाणा में लोकसभा की दस सीटें हैं जिन पर 12 मई को मतदान होगा. इस पेशकश के जरिए हम आपको अंबाला लोकसभा सीट के राजनीतिक समीकरण बताएंगे. अंबाला लोकसभा सीट उत्तर भारत में अपना ऐतिहासिक महत्व रखती है. आजादी से पहले अंबाला क्षेत्र का दायरा पंजाब और हिमाचल तक फैला हुआ था. तब इसे अंबाला-शिमला लोकसभा सीट कहा जाता था. यह सीट आरंभ से लेकर वर्तमान समय तक आरक्षित रही है, क्योंकि इस सीट पर दलितों की संख्या हरियाणा में सर्वाधिक है.
अंबाला सीट पर सबसे अधिक समय तक कांग्रेस का ही कब्जा रहा, लेकिन 1996 के बाद से कांग्रेस यहां अपना करिश्मा दिखाने में कमजोर पड़ गई. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर का जादू बरकरार रखते हुए बीजेपी के रतन लाल कटारिया ने जीत प्राप्त की थी. इस बार भी बीजेपी 2014 के प्रदर्शन को दोहराने चाहेगी तो वहीं कांग्रेस अपना खोया हुआ वजूद फिर से पाने की कोशिश करेगी. बहरहाल जीत किसकी होती है यह देखना दिलचस्प होगा उससे पहले देखिए अंबाला लोकसभा सीट पर ये स्पेशल रिपोर्ट-
अंबाला में इस बार मुश्किल है बीजेपी की राह, कौन जीतेगा? देखिए स्पेशल रिपोर्ट
ये है ईटीवी भारत की खास पेशकश 'चुनाव भारत का' जिसके जरिए हम आपको हरियाणा की हर लोकसभा सीट का लेखा जोखा बता रहे हैं. इस स्पेशल रिपोर्ट में इस बार अंबाला लोकसभा सीट के बारे में बात की जाएगी.
अंबाला: हरियाणा में लोकसभा की दस सीटें हैं जिन पर 12 मई को मतदान होगा. इस पेशकश के जरिए हम आपको अंबाला लोकसभा सीट के राजनीतिक समीकरण बताएंगे. अंबाला लोकसभा सीट उत्तर भारत में अपना ऐतिहासिक महत्व रखती है. आजादी से पहले अंबाला क्षेत्र का दायरा पंजाब और हिमाचल तक फैला हुआ था. तब इसे अंबाला-शिमला लोकसभा सीट कहा जाता था. यह सीट आरंभ से लेकर वर्तमान समय तक आरक्षित रही है, क्योंकि इस सीट पर दलितों की संख्या हरियाणा में सर्वाधिक है.
अंबाला सीट पर सबसे अधिक समय तक कांग्रेस का ही कब्जा रहा, लेकिन 1996 के बाद से कांग्रेस यहां अपना करिश्मा दिखाने में कमजोर पड़ गई. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर का जादू बरकरार रखते हुए बीजेपी के रतन लाल कटारिया ने जीत प्राप्त की थी. इस बार भी बीजेपी 2014 के प्रदर्शन को दोहराने चाहेगी तो वहीं कांग्रेस अपना खोया हुआ वजूद फिर से पाने की कोशिश करेगी. बहरहाल जीत किसकी होती है यह देखना दिलचस्प होगा उससे पहले देखिए अंबाला लोकसभा सीट पर ये स्पेशल रिपोर्ट-
ambala loksabha constituency of haryana
अंबाला में कौन दे रहा है किसको टक्कर, जानिए क्या है समीकरण? देखिए ये रिपोर्ट
ये है ईटीवी भारत की खास पेशकश 'चुनाव भारत का' जिसके जरिए हम आपको हरियाणा की हर लोकसभा सीट का लेखा जोखा बता रहे हैं. इस स्पेशल रिपोर्ट में इस बार अंबाला लोकसभा सीट के बारे में बात की जाएगी.
अंबाला: हरियाणा में लोकसभा की दस सीटें हैं जिन पर 12 मई को मतदान होगा. इस पेशकश के जरिए हम आपको अंबाला लोकसभा सीट के राजनीतिक समीकरण बताएंगे.
अंबाला लोकसभा सीट उत्तर भारत में अपना ऐतिहासिक महत्व रखती है. आजादी से पहले अंबाला क्षेत्र का दायरा पंजाब और हिमाचल तक फैला हुआ था. तब इसे अंबाला-शिमला लोकसभा सीट कहा जाता था, क्योंकि इसका दायरा शिमला तक था. यह सीट आरंभ से लेकर वर्तमान समय तक आरक्षित रही है, क्योंकि इस सीट पर दलितों की संख्या हरियाणा में सर्वाधिक है.
अंबाला सीट पर सबसे अधिक समय तक कांग्रेस का ही शासन रहा, लेकिन 1996 के बाद से कांग्रेस यहां अपना करिश्मा दिखाने में कमजोर पड़ गई. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर का जादू बरकरार रखते हुए बीजेपी के रतन लाल कटारिया ने जीत प्राप्त की थी. इस बार भी बीजेपी 2014 के प्रदर्शन को दोहराने चाहेगी तो वहीं कांग्रेस अपना खोया हुआ वजूद फिर से पाने की कोशिश करेगी. बहरहाल जीत किसकी होती है यह देखना दिलचस्प होगा उससे पहले देखिए अंबाला लोकसभा सीट पर ये स्पेशल रिपोर्ट-
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