अंबाला: लॉकडाउन के कारण अंबाला शहर में स्थित एशिया की सबसे बड़ी होलसेल कपड़ा मार्केट के कर्मचारियों को दिक्कतों की सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन के चलते मार्केट बंद है. जिससे वहां पर काम करने वालों को इस महीने की सैलरी की चिंता सता रही है. कर्मचारियों को डर है कि कहीं इस महीने की सैलरी नहीं आई तो उनका गुजारा कैसे होगा.
ईटीवी भारत की टीम अंबाला शहर स्थित एशिया की सबसे बड़ी होलसेल कपड़ा मार्केट पहुंची और कर्मचारियों को लॉकडाउन के दौरान किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ये जानने की कोशिश की.
कपड़ा मार्केट के ट्रेड मुलाजिम यूनियन के उप प्रधान सुदर्शन अग्रवाल ने बताया कि यहां करबी 900 कर्मचारी काम करते है. ज्यादातर कपड़ा मार्केट के व्यपारियों ने कर्मचारियों को सैलरी दे दी है लेकिन कुछ को सैलरी नहीं मिली है. जिनको सैलरी नहीं मिली है उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि हालांकि हमारी यूनियन द्वारा व्यपारियों को बाकायदा मैसेज किए गए हैं कि वो कर्मचारियों की समस्या को देखते हुए उनकी सैलरी जल्द से जल्द उन्हें दी जाए.
कपड़ा मार्किट में दर्जी करने वाले कर्मचारी ने बताया कि वो तनख्वाह पर नहीं बल्कि काम के अनुसार उन्हें पैसे मिलते है. अब जब कामकाज पूरी तरह ठप्प है ऐसे में खाने पीने के भी लाले पड़ गए हैं. लंगर का खाना खाके गुजारा किया जा रहा है.
ऋषि ने बताया कि लगभग आधा महीना बीत चुका है लेकिन अभी तक उनकी तनख्वाह नहीं मिली. जिससे उनके घर के हालात बहुत खराब हो चले हैं. मध्यम वर्गीय परिवार होने के चलते न ही वो किसी से मांग सकते है और बिना मांगे कोई भी उन्हें राशन नहीं देगा. उन्होंने बताया कि हमने प्रशासन द्वारा जारी टॉल फ्री नंबर पर भी कॉल की गई ताकि उन्हें राशन मुहैया हो सके लेकिन वहां से भी किसी तरह का कोई रिस्पांस नहीं आया. अब तो डर लग रहा है कही भूखे मरने की नौबत ना आ जाए.
आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को लॉकडाउन 2.0 का एलान किया. पीएम मोदी ने 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है.
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