अंबाला: कृषि विधेयक के खिलाफ किसानों, आढ़तियों और राजनीतिक दलों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में गुरुवार को इनेलो नेता अभय चौटाला के नेतृत्व में इनेलो कार्यकर्ताओं ने कृषि बिल के खिलाफ रोष मार्च निकलते हुए जिला उपायुक्त प्रीति सभरवाल को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
इस मौके अभय चौटाला ने कहा कि सबसे पहले इस बिल को 2013 में कांग्रेस की सरकार लेकर आई थी. जिसका हमने बढ़ चढ़कर विरोध किया था. उस वक्त बीजेपी ने भी इस बिल का विरोध किया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी पार्टी आपस में मिली हुई हैं. इस मौके अभय चौटाला ने कांग्रेस को नागनाथ और बीजेपी को सांपनाथ की संज्ञा दी.
वहीं जब अभय चौटाला से सरकार द्वारा खरीफ की फसल के मूल्य वृद्धि को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है. अभी तक किसानों की जो फसल मंडियों में पहुंची है उसकी खरीद तक शुरू नहीं की गई है. कल को मौसम खराब होगा किसानों की फसल भीग जाएगी. तब ये फसल में नमी कहेंगे. ऐसे में किसान कहां जाएगा.
वहीं पीपली में हुए लाठीचार्ज को लेकर अभय चौटाला ने कहा कि सारी वीडियो और फोटोग्राफस सबके सामने हैं. लेकिन सरकार में झूठों का टोला बैठा हुआ है और मुझे हैरानी होती है कि मुख्यमंत्री भी अनिल विज का साथ दे रहे हैं. सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए और अनिल विज के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. उसने झूठ बोलने का काम किया है.
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