नई दिल्ली : मंगलवार को घरेलू इक्विटी की शुरुआत धीमी रही, लेकिन रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईटीसी, एमएंडएम और एलएंडटी में खरीदारी के बीच उल्लेखनीय बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे. बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 71,471 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, इस बीच, निफ्टी50 को 21,400 के स्तर पर देखा गया. व्यापक बाजारों में, बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक क्रमशः 0.6 प्रतिशत से 0.2 प्रतिशत बढ़े. सेक्टरों में, निफ्टी मेटल 1.17 प्रतिशत ऊपर बढ़ें है, वहीं, निफ्टी आईटी में गिरावट देखने को मिली.
अंबानी और अडाणी की कंपनियों के शेयर में तेजी
वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की कंपनियों के शेयरों में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जिसमें कहा गया कि वॉल्ट डिज़नी और आरआईएल ने अपने भारत-आधारित मीडिया संचालन को विलय करने की योजना के साथ आगे बढ़ने के लिए लंदन में एक गैर-बाध्यकारी टर्म शीट पर हस्ताक्षर किए. वहीं, अडाणी ग्रीन के शेयरों में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई क्योंकि कंपनी ने भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) के साथ 1,799 मेगावाट (मेगावाट) सौर ऊर्जा की आपूर्ति के लिए बिजली खरीद समझौता (पीपीए) किया है.
पीएसयू शेयरों तेजी
न्यूज एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएसयू शेयरों में मंगलवार को कारोबार के दौरान 11 फीसदी तक की तेजी देखी गई. कई पीएसयू शेयरों में तेजी के साथ बीएसई सीपीएसई सूचकांक सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला सूचकांक है. एचओसीएल 11 फीसदी, मझगांव डॉक 8 फीसदी, एमएसटीसी 8 फीसदी, जीआरएसई 7 फीसदी, एनएलसी इंडिया 6 फीसदी, भारत डायनेमिक्स 5 फीसदी और एनएमडीसी 4 फीसदी ऊपर है.
हाई वैल्यूएशन चिंता का विषय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार का कहना है कि अमेरिकी बाजार की अगुवाई में दिसंबर में वैश्विक तेजी ने ज्यादातर बाजारों को काफी ऊपर उठाया है और भारत भाग्यशाली है कि उसे चुनाव नतीजों से भी उछाल मिला है. दिसंबर में निफ्टी में 6 फीसदी की तेजी ने बाजार को थोड़ा गर्म कर दिया है. अब नए साल में ही ज्यादा एक्शन देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा, हाई वैल्यूएशन एक चिंता बनी हुई है.
हालांकि, अमेरिकी मुद्रास्फीति, बांड यील्ड और डॉलर सूचकांक में गिरावट के साथ वैश्विक बाजार अनुकूल बना हुआ है. वर्तमान बाजार संदर्भ में गिरावट पर खरीदारी सबसे अच्छी रणनीति बनी हुई है. सुरक्षा लार्ज-कैप में है. उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल सेक्टर चक्रीय तेजी के लिए अच्छी स्थिति में है.