करनालः गांव हिनौरी में एक सहकारी समिति में समिति के प्रबंधक द्वारा चुनाव आचार संहिता के दौरान सहकारी समिति में एक चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को लगाने के बारे में एजेंडा जारी कर देने से बवाल मच गया है. ग्रामीणों ने इसका जमकर विरोध किया.
ग्रामीणों का आरोप है कि सहकारी समिति के प्रबंधक विजय शर्मा ने सभी नियमों को ताक पर रखकर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए समिति में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को रखने के लिए 24 मई को एक एजेंडा जारी कर दिया. इसमें दिखाया गया कि समिति में चतुर्थ श्रेणी को रखा जाना है. इस एजेंडा की विभाग द्वारा 25 फरवरी को मंजूरी आ गई थी. 25 फरवरी से लेकर आचार संहिता लगने तक इस समिति के प्रबंधक ने ये एजेंडा जारी क्यों नहीं किया, ये भी एक बड़ा सवाल है.
ग्रामीणों का आरोप है कि इस सहकारी समिति के प्रबंधक ने सब कुछ गोलमाल करते हुए अपना आदमी रखने के लिए इस तरह का काम किया है, जबकि समिति में काम करने वाले क्लर्क संजय का कहना है कि उनको इस बारे में कुछ जानकारी नहीं है. उन्होंने ये तो माना है कि एजेंडा जारी किया गया है.
जब इस बारे में समिति के प्रबंधक विजय शर्मा से बात की तो उन्होंने कहा कि एजेंडा तो जारी किया है, लेकिन उसको डिस्पैच 27 मई को किया गया है. उन्होंने खुद स्वीकार किया कि अधिकारियों की तरफ से 25 फरवरी को इसकी अनुमति आ गई थी कि समिति में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 6 महीने के लिए रखा जाना है. इसकी समयावधि 90 दिन की है. 90 दिन के अंदर ही जारी करना था. इसी को लेकर एजेंडा जारी किया है. विजय शर्मा ने कहा कि हमने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है.