पंचकूला: हरियाणा के 1983 PTI शिक्षकों को हटाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. इन शिक्षकों को हटाने के आदेश मौलिक शिक्षा विभाग ने जारी किए हैं. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के शासनकाल में नियुक्त हुए इन शिक्षकों ने सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया है. लेकिन इनको निराशा ही हाथ लगी है.
फिलहाल इस मामले पर राजनीति तेज हो गई है. 1983 PTI शिक्षकों को हटाए जाने को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाजा ने खट्टर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि खट्टर सरकार का नया फरमान 1983 PTI अध्यापकों की नौकरी बर्खास्त, इस संकट के समय सरकार का काम है राहत देना, मरहम लगाना. लेकिन बीजेपी, जेजेपी सरकार द्वारा PTI शिक्षकों को बर्खास्त करना अमानवीय है. उन्होने लिखा है कि काश खट्टर जी इस दर्द को समझ पाते.
मौलिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि PTI शिक्षकों को दी गई सैलरी और अन्य भत्ते वापस नहीं लिए जाएंगे. क्योंकि उन्होंने इतने समय तक काम किया है. 2013 में हाइकोर्ट की बेंच ने PTI टीचरों के खिलाफ फैसला दिया था.
ये भी पढ़िए: डार्क जोन में धान उगाने वाले किसानों पर कोई दबाव नहीं, ये केवल अपील- सीएम
जिसके बाद PTI शिक्षकों ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया था. सुप्रीम कोर्ट ने 8.4.2020 को इनकी याचिका को खारिज करते हुए PTI शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने के हाइकोर्ट के फैसले पर मोहर लगा दी गई थी. वहीं अब विभाग ने इनको हटाने के आदेश दे दिए हैं. जिसको लेकर राजनीति तेज हो गई है.