नूंह: कोरोना वायरस ने पूरे देश की कमर तोड़कर रख दी है. इसी बीच आया ईद उल फितर का त्यौहार भी फीका रहना वाला है. अक्सर ईद, होली, दिवाली और क्रिसमस पर बाजारों की रौनक बढ़ जाती है, लेकिन इस बार की होली भी लोगों ने ऐसे ही हल्की-फुल्की मनाई और ईद भी कुछ ऐसी ही मनने वाली है. लोगों को कोरोना के प्रति जागरुक करने के लिए प्रशासन भी जुटा हुआ है. जिससे कि लोग बाजारों में ना जाएं.
हरियाणा का मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह ईद के पर्व पर पूरी तरह से रंगीन दिखाई देता है. हर साल त्यौहार पर बाजार सज जाते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. इस बार बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. लोग कोरोना के खतरे के चलते बाजारों में शॉपिंग करने नहीं जा रहे हैं. प्रशासनिक सख्ती होने की वजह से बाजारों में दुकानें भी कम ही खोली गई हैं, जिससे कि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे.
जिला नोडल अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि...
- ईद के त्यौहार पर बाजारों में शॉपिंग के दौरान भीड़भाड़ ना करें.
- मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें.
- खरीददारी के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
- इसके अलावा बाजार से खरीदारी करके अगर घर आएं, तो अच्छी तरह साबुन से हाथ धो लें.
- इसके अलावा ईद-उल-फितर की नमाज में ज्यादा भीड़ इकट्ठा ना करें.
- ईदगाह तथा मस्जिद में नमाज ना पढ़ें.
- अपने घरों में नमाज पढे़ं.
- नमाज के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खासकर ख्याल रखें.
अगर कोरोना महामारी के समय में सावधानी बरती जाएगी, तो इस बीमारी से आसानी से जंग जीती जा सकती है. उन्होंने कहा कि जरा सी भी लापरवाही इंसान की जान पर भारी पड़ सकती है. ये फैलने वाला संक्रमण है. अगर कहीं पर भी खतरा बढ़ा तो पूरे जिले में इसका असर देखने को मिल सकता है.
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लिहाजा जिस तरह लोगों ने अब तक जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के पालन में सहयोग किया है.आगे भी इसी तरह सहयोग बनाए रखें. तभी जाकर कोरोना महामारी को हराया जा सकता है. अंत में उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों को ईद की मुबारकबाद दी.