ETV Bharat / briefs

सरकार शुरू करेगी 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल, रजिस्ट्रेशन करवाने पर किसानों को मिलेगी आर्थिक मदद

बीमा सुविधा, प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब हुई फसल के लिए दिए जाने वाले मुआवजे और विभिन्न योजनाओं के तहत अन्य वित्तीय सहायता समेत राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे लाभ लेने के लिए किसान को बोई गई फसल का नाम, खेती के तहत क्षेत्र, फसली महीना, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर जैसी जरूरी जानकारी पोर्टल पर देनी होगी.

author img

By

Published : Jul 2, 2019, 8:36 AM IST

सीएम मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में ली बैठक

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल के संबंध में बैठक की. इस दौरान सीएम ने कहा कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली के जरिए किसानों की भूमि और फसलों के विवरण की सेल्फ रिपोर्ट उन्हें मुहैया कराएगी ताकि किसानों को सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ मिले.


बैठक में निर्णय लिया गया कि 2 जुलाई को एक पोर्टल की शुरुआत की जाएगी. ये ऑनलाइन पोर्टल सरकार ने किसानों को उनकी फसलों की बुआई से लेकर मंडियों में फसल की बिक्री तक की मदद देने के लिए तैयार किया है.


बीमा सुविधा, प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब हुई फसल के लिए दिए जाने वाले मुआवजे और विभिन्न योजनाओं के तहत अन्य वित्तीय सहायता समेत राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे लाभ लेने के लिए किसान को बोई गई फसल का नाम, खेती के तहत क्षेत्र, फसली महीना, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर जैसी जरूरी जानकारी पोर्टल पर देनी होगी.


बैठक में ये भी बताया गया कि मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसान www.fasalhry.in पर लॉग इन कर सकते हैं. खरीफ फसलों के लिए रजिस्ट्रेशन 31 जुलाई तक किया जाएगा. हर किसान को एक स्थाई रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाएगा.


हालांकि फसल चक्र के आधार पर रजिस्ट्रेशन नंबर अलग होगा. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाने वाले किसानों को प्रति एकड़ या उसके हिस्से के लिए 10 रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाएगा, लेकिन ये सहायता न्यूनतम 20 रुपये और अधिकतम 50 रुपये तक होगी. ये राशि सीधे किसानों के खातों में जाएगी.

चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल के संबंध में बैठक की. इस दौरान सीएम ने कहा कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली के जरिए किसानों की भूमि और फसलों के विवरण की सेल्फ रिपोर्ट उन्हें मुहैया कराएगी ताकि किसानों को सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ मिले.


बैठक में निर्णय लिया गया कि 2 जुलाई को एक पोर्टल की शुरुआत की जाएगी. ये ऑनलाइन पोर्टल सरकार ने किसानों को उनकी फसलों की बुआई से लेकर मंडियों में फसल की बिक्री तक की मदद देने के लिए तैयार किया है.


बीमा सुविधा, प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब हुई फसल के लिए दिए जाने वाले मुआवजे और विभिन्न योजनाओं के तहत अन्य वित्तीय सहायता समेत राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे लाभ लेने के लिए किसान को बोई गई फसल का नाम, खेती के तहत क्षेत्र, फसली महीना, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर जैसी जरूरी जानकारी पोर्टल पर देनी होगी.


बैठक में ये भी बताया गया कि मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसान www.fasalhry.in पर लॉग इन कर सकते हैं. खरीफ फसलों के लिए रजिस्ट्रेशन 31 जुलाई तक किया जाएगा. हर किसान को एक स्थाई रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाएगा.


हालांकि फसल चक्र के आधार पर रजिस्ट्रेशन नंबर अलग होगा. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाने वाले किसानों को प्रति एकड़ या उसके हिस्से के लिए 10 रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाएगा, लेकिन ये सहायता न्यूनतम 20 रुपये और अधिकतम 50 रुपये तक होगी. ये राशि सीधे किसानों के खातों में जाएगी.

hr_chd_CM Meeting on Meri Fasal Mera Byora_1 vis_7203394


मुख्यमंत्री ने  ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल के सम्बंध में की बैठक।

एंकर - 
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली के माध्यम से उनकी भूमि और फसलों के विवरण की सेल्फ-रिपोर्ट के लिए किसानों को साधारण और पारदर्शी प्रणाली मुहैया करवाई जाएगी, जिससे किसान राज्य सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे। 

वीओ- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को चंडीगढ़ में ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल के सम्बंध में एक बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में निर्णय लिया गया कि 7 जुलाई, 2019 को एक पोर्टल शुरू किया जाएगा। राज्य सरकार ने किसानों को उनकी फसलों की बुआई से लेकर मंडियों में फसल की बिक्री तक सहायता प्रदान करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है। बीमा सुविधा, प्राकृतिक आपदाओं के कारण क्षतिग्रस्त हुई फसल के लिए दिए जाने वाले मुआवजे और विभिन्न योजनाओं के तहत अन्य वित्तीय सहायता समेत राज्य सरकार द्वारा प्रदान किये जा रहे विभिन्न लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को बोई गई फसल का नाम, खेती के तहत क्षेत्र, फसली महीना, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर जैसी अनिवार्य जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध करवानी होगी। बैठक में बताया गया कि ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर पंजीकरण के लिए किसान वेबपोर्टल www.fasalhry.in पर लॉगइन कर सकते हैं। वर्तमान खरीफ मौसम के दौरान बोई गई फसलों के लिए पंजीकरण 31 जुलाई, 2019 तक किया जाएगा। हालांकि, प्रत्येक किसान को एक स्थायी रजिस्ट्रेशन नम्बर आवंटित किया जाएगा, लेकिन फसल चक्र के आधार पर फसल रजिस्ट्रेशन नम्बर अलग होगा। मुख्यमंत्री  ने घोषणा की कि इस पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाने वाले किसानों को प्रति एकड़ या उसके भाग के लिए 10 रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा परंतु यह सहायता न्यूनतम 20 रुपये से अधिकतम 50 रुपये तक होगी। यह राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा की जाएगी।





ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.