चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल के संबंध में बैठक की. इस दौरान सीएम ने कहा कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली के जरिए किसानों की भूमि और फसलों के विवरण की सेल्फ रिपोर्ट उन्हें मुहैया कराएगी ताकि किसानों को सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ मिले.
बैठक में निर्णय लिया गया कि 2 जुलाई को एक पोर्टल की शुरुआत की जाएगी. ये ऑनलाइन पोर्टल सरकार ने किसानों को उनकी फसलों की बुआई से लेकर मंडियों में फसल की बिक्री तक की मदद देने के लिए तैयार किया है.
बीमा सुविधा, प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब हुई फसल के लिए दिए जाने वाले मुआवजे और विभिन्न योजनाओं के तहत अन्य वित्तीय सहायता समेत राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे लाभ लेने के लिए किसान को बोई गई फसल का नाम, खेती के तहत क्षेत्र, फसली महीना, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर जैसी जरूरी जानकारी पोर्टल पर देनी होगी.
बैठक में ये भी बताया गया कि मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसान www.fasalhry.in पर लॉग इन कर सकते हैं. खरीफ फसलों के लिए रजिस्ट्रेशन 31 जुलाई तक किया जाएगा. हर किसान को एक स्थाई रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाएगा.
हालांकि फसल चक्र के आधार पर रजिस्ट्रेशन नंबर अलग होगा. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाने वाले किसानों को प्रति एकड़ या उसके हिस्से के लिए 10 रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाएगा, लेकिन ये सहायता न्यूनतम 20 रुपये और अधिकतम 50 रुपये तक होगी. ये राशि सीधे किसानों के खातों में जाएगी.