चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रकों (डीएफएससी) को निर्देश दिए कि डिस्ट्रेस राशन टोकन (डीआरटी) के वितरण की प्रक्रिया में तेजी लाएं. साथ ही इस बात का ध्यान भी रखें, कि लाभार्थियों को बिना किसी परेशानी के दुकानों से मुफ्त राशन मिले. प्रदेश में अब तक 4,86,124 डीआरटी वितरित किए गए हैं. इस योजना से 12,90,847 लोग लाभान्वित हुए हैं. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का कार्यभार उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पास है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में राशन कार्ड धारकों को अप्रैल, मई और जून महीने का दोगुना राशन मिल रहा है, लेकिन कई प्रवासी परिवार ऐसे, हैं जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं. राशन डिपो पर पर्याप्त मात्रा में राशन उपलब्ध कराया गया है. डीएफएससी ये सुनिश्चित करें कि डिस्ट्रेस राशन टोकन के साथ राशन डिपो में आने वाले लोगों को बिना किसी असुविधा के राशन मिले.
पहली बार लाभार्थियों को डीआरटी वितरित करने के लिए लोकल कमेटियों का गठन किया गया है. ये योजना भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना का हिस्सा है. मुख्यमंत्री ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रकों को डिस्ट्रेस राशन टोकन जारी करते समय गरीब लोगों के प्रति अधिक संवेदनशीलता बरतने को कहा. कोविड-19 संकट के दौरान प्रभावित लोगों को तुरंत राहत देने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, उनमें हरियाणा देश में सभी राज्यों में सबसे आगे है.
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बैठक में मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव वी. उमाशंकर और खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक चंद्र शेखर खरे उपस्थित थे.