मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (former Maharashtra home minister Anil Deshmukh )को धनशोधन के मामले में तलब किये जाने से संबंधित सवाल पर राउत ने कहा कि गठबंधन के नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जाना देश के संघीय ढांचे के लिये नुकसानदेह है.
'विधायक को ईडी अनावश्यक रूप से परेशान कर रही है'
आपके बता दें कि कथित तौर पर करोड़ों रुपये के घूस सह जबरन वसूली गिरोह से जुड़े धन शोधन मामले में अनिल देशमुख से शनिवार को मुबई स्थित ईडी दफ्तर में जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने को कहा गया था. इस मामले में नाम सामने आने के बाद देशमुख को अप्रैल में गृह मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. राकांपा नेता ने हालांकि पेशी के लिये दूसरी तारीख दिए जाने का अनुरोध किया था. महाराष्ट्र में राकांपा, शिवसेना और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है.
संवाददाताओं से बात करते हुए राउत ने यह भी कहा कि शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक का मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray )को लिखा गया पत्र भी यह दर्शाता है कि विधायक को ईडी द्वारा अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर शिकायतें हैं तो राज्य की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) या भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) उनकी जांच कर सकता है. राउत ने आरोप लगाया, लेकिन, जानबूझ कर निशाना बनाने के लिये केंद्रीय एजेंसियों को दबाव में लाया जा रहा है…यह यहां सरकार न बना पाने की हताशा के चलते हो रहा है. उन्होंने कहा, यह संघीय ढांचे के लिये नुकसानदेह है.
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पुलिस द्वारा एक कार्यक्रम में कोविड-19 के नियमों के उल्लंघन पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने पर राउत ने कहा, हर किसी से नियमों का पालन करने की उम्मीद की जाती है.