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Sidhu Moose wala Murder Case: हरियाणा के इस गैंगस्टर को सौंपी गई थी शूटर इकट्ठा करने की जिम्मेदारी

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Published : Jun 7, 2022, 8:56 PM IST

पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. इस मामले में अब तक हरियाणा के कई गैंगस्टरों (Haryana connection in Sidhu Moosewala murder case) के नाम सामने आ चुके हैं. ताजा खुलासे में सामने आया है कि मूसेवाला की हत्या के लिए शूटर इकट्ठा करने की जिम्मेदारी हरियाणा के एक गैंगस्टर को दी गई थी.

सोनीपत: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में एक के बाद एक हरियाणा के बदमाशों का कनेक्शन सामने आ रहा है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों की पूछताछ के आधार पर इस केस की कड़ी जोडने में जुटी है. पहले सोनीपत के रहने वाले और बोलेरो गाड़ी में दिखने वाले बदमाश प्रियवर्त फौजी और अंकित जाटी की पहचान हुई. अब प्रियव्रत फौजी के सिसाना गांव का मनजीत पुलिस के रडार पर है. वहीं सोनीपत के ही रहने वाले मोनू डागर (Haryana gangster monu dagar) को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. मोनू डागर रेवली गांव सोनीपत और मनजीत सिसाना गांव का रहने वाला है. मोनू डागर पर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में गोल्डी बराड़ के कहने पर दो शार्प शूटर उपलब्ध कराने का आरोप है. हालांकि सोनीपत पुलिस इस बारे में किसी भी जानकारी से इनकार कर रही है.

पुलिस सूत्रों की मानें तो सोनीपत के मोनू डागर ने जिन दो शार्प शूटरों का इंतजाम करके सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने के लिए पंजाब भेजा था उनमें से एक प्रियव्रत फौजी और दूसरा अंकित सेरसा जाटी हैं. सिद्धू मूसेवाला की हत्या से 4 दिन पहले यानि 25 मई को जिस बोलेरो गाड़ी को फतेहाबाद के रतिया चुंगी से जाते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था, उसमें प्रियव्रत फौजी और अंकित भी में सवार थे. यही बोलेरो फतेहाबाद के बिसला पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने के लिए भी रुकी थी. पेट्रोल भरवाते समय दो बदमाश नीचे उतरते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसी सीसीटीवी वीडियो के आधार पर प्रियव्रत फौजी और अंकित जाटी की पहचान हुई थी. प्रियव्रत फौजी हरियाणा का वांटेड बदमाश है. जिसके खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं. उस पर 25 हजार का ईनाम भी घोषित है. बताया जा रहा है कि यह वही बोलेरो है जो सिद्धू मूसेवाला की हत्या से तीन चार दिन पहले रेकी के लिए इस्तेमाल की गई थी.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है मोनू डागर- गांव रेवली सोनीपत का रहने वाला बदमाश मोनू डागर (Haryana gangster monu dagar) लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है. उस पर 1 दिसंबर, 2021 को मोगा के डिप्टी मेयर पर गोली चलाने का आरोप है. जिसमें वह मोगा पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था. तब मोगा के एसपी सुरेंद्रजीत ने पत्रकारों को बताया था कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर मोनू कनाडा में रह रहे गोल्डी बराड़ के कहने पर डिप्टी मेयर के भाई को मारने आया था. साथ ही उन्होंने बताया था कि वह अमृतसर में राणा कंडोवालिया की हत्या में भी आरोपी है.

Sidhu Moose wala murder case
मोनू डागर को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.

पंजाब पुलिस ने मामले में सोनीपत के ही गांव रेवली के मोनू डागर को प्रोडक्शन वारंट पर लिया है. वह पंजाब के मोगा में हुई घटना के मामले में जेल में बंद था. मोनू इससे पहले जुलाई, 2015 में गोहाना के गांव रूखी के मंजीत की हत्या के मामले में प्रियवर्त व मंजीत के साथ नामजद है. बताया जा रहा है कि अब मोनू डागर पर आरोप है कि उसने ही जेल से गोल्डी बराडट के कहने पर दो शूटर उपलब्ध कराए थे. शूटर की टीम बनाने में भी मोनू डागर पर मदद करने का आरोप है.

पंजाब में 29 मई को गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी. सिद्धू मुसेवाला की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आ रहा है. जिसके बाद से सोनीपत से मामले के तार जुड़े होने की चर्चा शुरू हो गई थी. अब इस मामले में पंजाब पुलिस के रडार पर एक अन्य बदमाश मनजीत उर्फ भोला का नाम भी आ गया है. मंजीत बोलेरो में दिख रहे प्रियवर्त के गांव का ही रहने वाला है. वह प्रियव्रत का साथी है. कहा जा रहा है कि प्रियव्रत के मोबाइल नंबर की डिटेल के बाद वह पंजाब पुलिस के निशाने पर आया है. हालांकि इस बारे में कोई भी अधिकारिक पुष्टि नहीं कर रहा है. कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि जिस दिन सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई उस दिन मंजीत गांव में ही थी.

मनजीत का रहा है आपराधिक रिकॉर्ड- पंजाब पुलिस की रडार पर आए मनजीत उर्फ भोला का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. वह रूखी गांव के मंजीत उर्फ चिंकी की हत्या के मामले में प्रियव्रत फौजी के साथ गिरफ्तार हुआ था. बाद में पुलिस ने 2017 में एक बार और 2018 में दो अवैध हथियारों के साथ दबोचा था.

ये भी पढ़ें-सिद्धू मूसेवाला मर्डर में बड़ा खुलासा, जनवरी महीने से रेकी कर रहे थे हरियाणा के ये गैंगस्टर, 4 शूटरों की पहचान

सोनीपत: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में एक के बाद एक हरियाणा के बदमाशों का कनेक्शन सामने आ रहा है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों की पूछताछ के आधार पर इस केस की कड़ी जोडने में जुटी है. पहले सोनीपत के रहने वाले और बोलेरो गाड़ी में दिखने वाले बदमाश प्रियवर्त फौजी और अंकित जाटी की पहचान हुई. अब प्रियव्रत फौजी के सिसाना गांव का मनजीत पुलिस के रडार पर है. वहीं सोनीपत के ही रहने वाले मोनू डागर (Haryana gangster monu dagar) को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. मोनू डागर रेवली गांव सोनीपत और मनजीत सिसाना गांव का रहने वाला है. मोनू डागर पर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में गोल्डी बराड़ के कहने पर दो शार्प शूटर उपलब्ध कराने का आरोप है. हालांकि सोनीपत पुलिस इस बारे में किसी भी जानकारी से इनकार कर रही है.

पुलिस सूत्रों की मानें तो सोनीपत के मोनू डागर ने जिन दो शार्प शूटरों का इंतजाम करके सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने के लिए पंजाब भेजा था उनमें से एक प्रियव्रत फौजी और दूसरा अंकित सेरसा जाटी हैं. सिद्धू मूसेवाला की हत्या से 4 दिन पहले यानि 25 मई को जिस बोलेरो गाड़ी को फतेहाबाद के रतिया चुंगी से जाते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था, उसमें प्रियव्रत फौजी और अंकित भी में सवार थे. यही बोलेरो फतेहाबाद के बिसला पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने के लिए भी रुकी थी. पेट्रोल भरवाते समय दो बदमाश नीचे उतरते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसी सीसीटीवी वीडियो के आधार पर प्रियव्रत फौजी और अंकित जाटी की पहचान हुई थी. प्रियव्रत फौजी हरियाणा का वांटेड बदमाश है. जिसके खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं. उस पर 25 हजार का ईनाम भी घोषित है. बताया जा रहा है कि यह वही बोलेरो है जो सिद्धू मूसेवाला की हत्या से तीन चार दिन पहले रेकी के लिए इस्तेमाल की गई थी.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है मोनू डागर- गांव रेवली सोनीपत का रहने वाला बदमाश मोनू डागर (Haryana gangster monu dagar) लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है. उस पर 1 दिसंबर, 2021 को मोगा के डिप्टी मेयर पर गोली चलाने का आरोप है. जिसमें वह मोगा पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था. तब मोगा के एसपी सुरेंद्रजीत ने पत्रकारों को बताया था कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर मोनू कनाडा में रह रहे गोल्डी बराड़ के कहने पर डिप्टी मेयर के भाई को मारने आया था. साथ ही उन्होंने बताया था कि वह अमृतसर में राणा कंडोवालिया की हत्या में भी आरोपी है.

Sidhu Moose wala murder case
मोनू डागर को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.

पंजाब पुलिस ने मामले में सोनीपत के ही गांव रेवली के मोनू डागर को प्रोडक्शन वारंट पर लिया है. वह पंजाब के मोगा में हुई घटना के मामले में जेल में बंद था. मोनू इससे पहले जुलाई, 2015 में गोहाना के गांव रूखी के मंजीत की हत्या के मामले में प्रियवर्त व मंजीत के साथ नामजद है. बताया जा रहा है कि अब मोनू डागर पर आरोप है कि उसने ही जेल से गोल्डी बराडट के कहने पर दो शूटर उपलब्ध कराए थे. शूटर की टीम बनाने में भी मोनू डागर पर मदद करने का आरोप है.

पंजाब में 29 मई को गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी. सिद्धू मुसेवाला की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आ रहा है. जिसके बाद से सोनीपत से मामले के तार जुड़े होने की चर्चा शुरू हो गई थी. अब इस मामले में पंजाब पुलिस के रडार पर एक अन्य बदमाश मनजीत उर्फ भोला का नाम भी आ गया है. मंजीत बोलेरो में दिख रहे प्रियवर्त के गांव का ही रहने वाला है. वह प्रियव्रत का साथी है. कहा जा रहा है कि प्रियव्रत के मोबाइल नंबर की डिटेल के बाद वह पंजाब पुलिस के निशाने पर आया है. हालांकि इस बारे में कोई भी अधिकारिक पुष्टि नहीं कर रहा है. कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि जिस दिन सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई उस दिन मंजीत गांव में ही थी.

मनजीत का रहा है आपराधिक रिकॉर्ड- पंजाब पुलिस की रडार पर आए मनजीत उर्फ भोला का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. वह रूखी गांव के मंजीत उर्फ चिंकी की हत्या के मामले में प्रियव्रत फौजी के साथ गिरफ्तार हुआ था. बाद में पुलिस ने 2017 में एक बार और 2018 में दो अवैध हथियारों के साथ दबोचा था.

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