नई दिल्ली: देश आज अपना 73वां गणतंत्र दिवस ((73rd Republic Day)) मना रहा है. 26 जनवरी को भारत इस साल अपना 73वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. 1950 में इस दिन देश का संविधान लागू किया गया था. इस बार गणतंत्र दिवस (26 जनवरी 2022) की परेड में 16 सैन्य दलों, 17 मिलिट्री बैंड, विभिन्न राज्यों, विभागों और सैन्य बलों की 25 झांकियों को शामिल गया है. इसमें काशी विश्वनाथ धाम की झांकी भी दिखाई देगी. यह दूसरा मौका है जब वाराणसी से जुड़ी झांकी राजपथ पर नजर आएगी. वहीं, गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संबोधित किया.
उत्साह, साहस और जोश के साथ राजपथ पर परेड का समापन
रिपब्लिक डे पर आज पूरे उत्साह, साहस और जोश के साथ राजपथ पर परेड का समापन हो गया है. परेड में सैन्य शक्ति के साथ राज्यों की सांस्कृतिक झलक भी देखने को मिली. अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजपथ से राष्ट्रपति भवन की ओर प्रस्थान कर रहे हैं.
राजपथ के ऊपर भारतीय वायुसेना की गरजना
राजपथ के ऊपर भारतीय वायुसेना की गरजना, फ्लाई पास्ट में पहली बार दिखा अद्भुत नजारा.
राजपथ पर 'नारी शक्ति' की दिखी झलक
राजपथ पर 'नारी शक्ति' की दिखी झलक, राफेल की एकमात्र महिला फाइटर शिवांगी सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सलामी दी.
राजपथ पर भारतीय नौसेना की झांकी
गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर भारतीय नौसेना की झांकी ने भाग लिया. इसे 'आत्मनिर्भर भारत' के उद्देश्य को प्रदर्शित करने के लिए बनाया गया. इतना ही नहीं 'आजादी का अमृत महोत्सव' का भी इसमें जिक्र रहा.
एएसआई बाबू राम को अशोक चक्र से सम्मानित किया गया
जम्मू कश्मीर पुलिस के एसआई बाबू राम को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया. श्रीनगर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में बाबू राम शहीद हो गए थे. हालांकि, सर्वोच्च बलिदान से पहले उन्होंने न सिर्फ अपने साथियों को बचाया, बल्कि तीन आतंकियों को भी ढेर कर दिया.
राष्ट्रपति कोविंद पहुंचे राजपथ, पीएम ने किया स्वागत
राजपथ पर पीएम मोदी ने किया राष्ट्रपति कोविंद का स्वागत, राष्ट्रगान और 21 तोपों की सलामी के साथ परेड शुरू.
राजपथ पहुंचे पीएम मोदी
नेशनल वॉर मेमोरियल यानि राष्ट्रीय समर स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजपथ पहुंच गए हैं. पीएम मोदी यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत करेंगे. राष्ट्रपति कोविंद अब अपने काफिले के साथ राजपथ की ओर बढ़ रहे हैं.
पीएम मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल में शहीदों को किया नमन
गणतंत्र दिवस पर पीएम मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल में देश के लिए अलग अलग युद्धों और ऑपरेशन्य में जान गंवाने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद पीएम मोदी ने विजिटर बुक में साइन किया
पीएम मोदी ने उत्तराखंड की टोपी पहनी
गणतंत्र दिवस 2022 के मौके पर पीएम मोदी ने आज उत्तराखंड की टोपी पहन रखी है. इस पर ब्रह्मकमल का फूल बना हुआ है. यह उत्तराखंड का राजकीय पुष्प है. पीएम मोदी जब केदारनाथ में पूजा करने पहुंचे थे, तब उन्होंने यही फूल चढ़ाए थे. पीएम मोदी ने मणिपुर का स्टॉल भी पहना
जम्मू से तमिलनाडु तक लहराया तिरंगा
गणतंत्र दिवस 2022 पर राज्यों में राज्यपालों और केंद्रशासित प्रदेशों में उप राज्यपालों ने तिरंगा लहराया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा मंत्रालय में तिरंगा फहराया.
गणतंत्र दिवस (Republic Day 2022) के मौके पर हर साल दिल्ली में राजपथ पर परेड (Parade) के भव्य समारोह का आयोजन होता है. जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से पहुंचते हैं. इस मौके पर राजपथ पर निकलने वाली परेड (Republic Day Parade) में विभिन्न राज्यों की झांकियां निकलती हैं. परेड का शानदार नजारा आकर्षक होता है.
हालांकि, कोरोना महामारी के कारण परेड देखने के नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं. गणतंत्र दिवस (Republic Day 2022) परेड को लेकर दिल्ली में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है. दिल्ली पुलिस ने परेड देखने जाने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं. परेड देखने आने वाले लोगों के कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगा होना अनिवार्य है. परेड देखने आने वाले लोगों को कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट साथ लाना होगा. गणतंत्र दिवस समारोह में 15 साल से कम उम्र के बच्चों की एंट्री नहीं होगी.
26 जनवरी को राजपथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस की आकर्षक परेड (Republic Day Parade 2022) का सीधा प्रसारण देशभर में दूरदर्शन के सभी चैनलों पर 26 जनवरी को सुबह 9:15 बजे से शुरू होकर कार्यक्रमों के अंत तक किया जाएगा. राष्ट्रीय टीवी चैनल दूरदर्शन के पर गणतंत्र दिवस समारोह का सीधा प्रसारण देखा जा सकता है.
भारतीय सेना ने 1971 के युद्ध में भूमिका निभाने वाले सेंचुरियन टैंक, पीटी-76 टैंक का किया प्रदर्शन
भारतीय सेना ने बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड में सेंचुरियन टैंक, पीटी-76 टैंक, 75/24 पैक हॉवित्जर और ओटी-62 टोपाज बख्तरबंद वाहन जैसे प्रमुख हथियार, साजो-सामान का प्रदर्शन किया, जिन्होंने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को हराने में प्रमुख भूमिका निभाई थी. भारत ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर जीत का जश्न मनाने के लिए 2021 में स्वर्णिम विजय वर्ष मनाया. इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश का सृजन हुआ था.
सेना की मशीनीकृत टुकड़ियों ने एक पीटी-76 टैंक, एक सेंचुरियन टैंक, दो एमबीटी अर्जुन एमके-आई टैंक, एक ओटी-62 टोपाज बख्तररबंद, एक बीएमपी-आई पैदल टुकड़ी वाले वाहन और दो बीएमपी-द्वितीय पैदल टुकड़ी वाले वाहनों को प्रदर्शित किया. एक 75/24 पैक हॉवित्जर, दो धनुष हॉवित्जर, पुल बनाने वाली पीएमएस प्रणाली, पुल बनाने वाली दो सर्वत्र प्रणाली, एक एचटी-16 इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, दो तरण शक्ति इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, एक टाइगर कैट मिसाइल प्रणाली और दो आकाश मिसाइल प्रणाली भी गणतंत्र दिवस परेड में मैकेनाइज्ड कॉलम का हिस्सा थीं.
परेड में द पूना हॉर्स रेजिमेंट के सेंचुरियन टैंक की टुकड़ी का नेतृत्व कैप्टन राहुल शर्मा ने किया. वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. युद्ध के दौरान बसंतर की लड़ाई में पाकिस्तान 1 कोर के एक बख़्तरबंद डिवीजन और एक ब्रिगेड का सेंचुरियन टैंकों से लैस इंडियन 1 कोर की दो ब्रिगेड से सामना हुआ था. परेड में पीटी-76 टैंक का नेतृत्व 69 आर्मर्ड रेजिमेंट के कैप्टन अंशुमान तिवारी कर रहे थे. पीटी-76 टैंक ने 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्धों में भूमिका निभाई थी.
वर्ष 1971 के युद्ध में गरीबपुर की लड़ाई एक और उदाहरण है जहां केवल 14 पीटी-76 टैंकों के साथ भारतीय सेना की पैदल सेना बटालियन पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की एक बड़ी ब्रिगेड को भारी नुकसान पहुंचाने में सफल रही थी. गरीबपुर की लड़ाई के दौरान, कई पाकिस्तानी एम24 चाफी टैंक नष्ट कर दिए गए थे. ओटी-62 टोपाज बख्तरबंद वाहन ने भी 1971 के युद्ध के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बुधवार की परेड के दौरान इसका नेतृत्व मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट के मेजर रवि कुमार ने किया. 75/24 पैक हॉवित्जर पहली स्वदेशी रूप से विकसित माउंटेन गन थी.
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राजपथ पर निकलने वाली झांकियां और परेड देशवासियों के दिल को देशभक्ति की भावना से भर देती हैं. इस बार परेड में शामिल मार्चिंग दस्ते नेशनल स्टेडियम तक ही जाएंगे, लेकिन झांकियां लाल किले तक जाएंगी. गणतंत्र दिवस के विशेष कार्यक्रम के दौरान तिलक मार्ग, आईटीओ, दिल्ली गेट और दरियागंज क्रॉसिंग के आस-पास दोपहर तक ट्रैफिक डायवर्जन रहेगा.
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाएंगे पीएम मोदी
गणतंत्र दिवस परेड समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के दौरे के साथ होगी. पीएम मोदी वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने में देश का नेतृत्व करेंगे. इसके बाद, प्रधानमंत्री परेड को देखने के लिए राजपथ पर सलामी मंच की ओर जाएंगे. परंपरा के अनुसार, राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. परेड की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सलामी लेने के साथ होगी. परेड की कमान दूसरी पीढ़ी के सैन्य अधिकारी, परेड कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा, अति विशिष्ट सेवा मेडल संभालेंगे. दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल आलोक काकर परेड के सेकेंड-इन-कमांड होंगे.
75 विमान फ्लाई पास्ट में लेंगे हिस्सा
इस बार भारतीय वायुसेना के 75 विमान फ्लाई पास्ट में हिस्सा लेंगे. राफेल, सुखोई, जगुआर, एमआई-17, सारंग, अपाचे और डकोटा जैसे पुराने और वर्तमान आधुनिक विमान/हेलीकॉप्टर राहत, मेघना, एकलव्य, त्रिशूल, तिरंगा, विजय और अमृत समेत विभिन्न संरचनाओं को प्रदर्शित करेंगे. पहली बार परेड के दौरान राजपथ पर 75 मीटर लंबाई और 15 फीट ऊंचाई के 10 स्क्राल प्रदर्शित किए जाएंगे. 10 बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाएंगे, जिनपर परेड देखी जा सकेगी.
परेड के समय में हुआ बदलाव
राजपथ पर इस बार परेड 10.30 बजे शुरू होगी. हर साल यह 10 बजे से शुरू होती थी. लेकिन घने कोहरे के चलते यहां बैठे लोगों को फ्लाईपास्ट और परेड आसानी से नहीं दिख पाती थी. ऐसे में इस बार समय बढ़ाने का फैसला किया गया है.
देशभर में मनाया जा रहा अमृत महोत्सव
इस साल गणतंत्र दिवस 2022 कुछ खास है. दरअसल, देश आजादी का 75वां साल मना रहा है. इसके तहत देशभर में आजादी का महोत्सव मनाया जा रहा है. इस मौके पर रक्षा मंत्रालय की ओर से परेड में कुछ नई झांकियों को शामिल किया है.